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पुदुच्चेरी: कांग्रेस के गढ़ में जब एआईएनआरसी पार्टी ने लगाई थी सेंध

पुदुच्चेरी केंद्र शासित प्रदेश है. पुदुच्चेरी लोकसभा सीट के तहत पूरा पुदुच्चेरी प्रदेश आता है.

पुदुच्चेरी शहर पुदुच्चेरी शहर
वरुण प्रताप सिंह
  • नई द‍िल्ली,
  • 06 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 3:56 PM IST

संविधान के चौदहवें संशोधन के बाद पुदुच्चेरी, केंद्र शासित प्रदेश बना था. पहले इसे पॉन्डिचेरी  के नाम से जाना जाता था. इसका नाम 2006 में बदलकर पुदुच्चेरी कर दिया गया था. पर्यटन यहां के प्रमुख व्यवसाय है. आजादी से पहले फ्रांस का उपनिवेश रहे इस इलाके की खूबसूरती देखते ही बनती है. ऑल इंड‍िया एन.आर. कांग्रेस (एआईएनआरसी) के आर. राधाकृष्णन यहां से सांसद हैं.

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राजनैतिक पृष्ठभूमि

पुदुच्चेरी में पहली बार 1967 में लोकसभा चुनाव हुए थे. पहली बार यहां कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. 1971 में यहां से एक बार फिर कांग्रेस ने जीत हासिल की. 1977 में एआईएडीएमके ने यहां से पहली बार जीत हासिल की. 1980 में कांग्रेस ने यहां कामयाबी हासिल की और जीत का सिलसिला 1996 तक जारी रहा. 1998 में डीएमके ने कांग्रेस के इस सिलसिले को तोड़ा. लेकिन 1999 में यहां कांग्रेस एक बार फिर जीती. लेकिन 2004 में पीएमके ने यहां जीत हासिल की. 2009 में कांग्रेस ने यहां फिर जीत दर्ज की. एआईएनआरसी के आर. राधाकृष्णन यहां से मौजूदा सांसद हैं.

सामाजिक तानाबाना

2014 के आंकड़ों के मुताब‍िक, कन्याकुमारी लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाता 8,85,458  हैं. इनमें 4,60,488 पुरुष और 4,24,958 महिलाएं हैं.

विधानसभा सीटों का समीकरण

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पुदुच्चेरी विधानसभा में 30 सीटें हैं. यहां कांग्रेस की सरकार है. वी. नारायणसामी यहां के मुख्यमंत्री हैं.

2014 का जनादेश

2014 के लोकसभा चुनाव में एआईएनआरसी के आर.राधाकृष्णन को जीत मिली थी. उन्हें 2, 55,826 वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर कांग्रेस के वी.नारायणसामी रहे थे, जिन्हें 194,972 वोट मिले थे.

सांसद का रिपोर्ट कार्ड

एआईएनआरसी के आर.राधाकृष्णन यहां से पहली बार लोकसभा सांसद बने थे. वे पोस्ट ग्रेजुएट हैं. रेल मंत्रालय की स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य रहे हैं. 16वीं लोकसभा में उनकी उपस्थिति 59 फीसदी रही है. उन्होंने 9 बहसों में हिस्सा लेते हुए 11 सवाल पूछे.

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