
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को गुजरात के धरमपुर से अपना चुनावी अभियान शुरू करने जा रहे हैं. यहां का लाल डूंगरी गांव कांग्रेस के लिए काफी महत्व रखता है क्योंकि इसी गांव से कभी राहुल गांधी की दादी, उनके पिता और मां ने भी चुनावी अभियान की शुरुआत की थी. साल 1980 में दादी इंदिरा गांधी, 1984 में राजीव गांधी और 2004 में सोनिया गांधी ने भी अपना चुनावी अभियान यहीं से शुरू किया था.
कांग्रेस पार्टी का मानना है कि लाल डूंगरी से चुनावी अभियान की शुरुआत शुभ साबित होगी और ऐसा करने से केंद्र में उनकी सरकार बन सकती है. वहीं, इस दक्षिण गुजरात क्षेत्र के कई दूरदराज के गांव सिर्फ कांग्रेस के पार्टी चिन्ह हाथ को पहचानते हैं और आज भी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को याद करते हैं. ऐसे में यहां राहुल गांधी की रैली और भी अहम मानी जा रही है.
बीजेपी ने पहले कसी कमर
इस क्षेत्र से कांग्रेस का ऐतिहासिक महत्व जुड़ा है. इसी के मद्देनजर बीजेपी ने पहले से इस इलाके में सेंध लगाना शुरू कर दिया है. राहुल गांधी की रैली से एक दिन पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने धरमपुर में ही 4,000 से ज्यादा पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ एक क्लस्टर मीटिंग का आयोजन किया था. बैठक में पार्टी की स्टेट यूनिट के प्रमुख जीतू वाघानी भी शामिल हुए थे. कांग्रेस ने छह फरवरी को अपनी जन आक्रोश रैली की घोषणा कर दी थी.
राहुल गांधी अपनी रैली में इस क्षेत्र में बुलेट ट्रेन के लिए किए गए भूमि अधिग्रहण का मुद्दा उठा सकते हैं क्योंकि इस परियोजना के कारण अपने उपजाऊ खेतों को खो रहे किसानों में केंद्र सरकार के खिलाफ काफी नाराजगी है. यह मामला अब गुजरात हाई कोर्ट में है, यहां से इस पर फैसले का इंतजार हो रहा है. सूत्रों के मुताबिक दक्षिण गुजरात के इलाके में कांग्रेस पार्टी वर्किंग कमेटी (CWC) की एक बैठक करने पर भी विचार कर रही है.
गुजरात दौरे से पहले राहुल गांधी ने राजस्थान के अजमेर में बैठक कर मोदी सरकार पर निशाना साधा. यहां कांग्रेस सेवा दल के दो दिवसीय अधिवेशन में कांग्रेस अध्यक्ष ने RSS को नफरत की राजनीति फैसले वाला संगठन करार दिया और कहा कि कांग्रेस पार्टी इस नफरत को प्यार में बदलने की लड़ाई जारी रखेगी.