
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और एआईएडीएमके के बीच गठबंधन की खबरों के बीच अभिनेता से नेता बने रजनीकांत ने लंबे समय से चल रहे कयास पर विराम लगाते हुए ऐलान किया है कि वह अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. उन्होंने राजनीतिक पार्टी बनाने से पहले अपना संगठन 'रजनी मक्कल मंड्रम' गठित किया है. साथ ही यह भी साफ कर दिया कि इस आम चुनाव में वह किसी को भी अपना समर्थन नहीं देंगे.
दक्षिण की राजनीति में पिछले कुछ समय में कई फिल्मी सितारों ने राजनीति में एंट्री ली है और ऐसे में माना जा रहा था कि वहां पर लोकसभा चुनाव के दौरान जबर्दस्त चुनावी माहौल रहेगा. हालांकि तमिल सिनेमा के सुपरस्टार रजनीकांत ने आम चुनाव से पहले उनके चुनाव लड़ने के कयास पर विराम लगा दिया. रजनीकांत की ओर से जारी बयान में कहा गया कि उनके संगठन 'रजनी मक्कल मंड्रम' का लक्ष्य है कि राज्य विधानसभा चुनाव से चुनावी मैदान में उतरा जाए.
उन्होंने अपने इस बयान में कहा, 'मेरी फोटो या मेरे संगठन का चिन्ह किसी भी प्रचार के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. यह पूरी तरह से प्रतिबंधित है. तमिलनाडु में सबसे बड़ा संकट जल संकट है. वह उस पार्टी को अपना वोट दें जो उनके (लोगों के) हिसाब से राज्य में जल संकट का स्थायी हल निकाल सकती है.'
रजनीकांत की यह ओर से यह स्पष्टीकरण उस समय आया है जब न सिर्फ राज्य में बल्कि देश के हर हिस्सों में क्षेत्रीय पार्टियां गठबंधन करने में लगी हुई हैं.
2017 में की थी राजनीति में एंट्री
हिंदी समेत कई भाषाओं की फिल्मों में काम कर चुके राजनीकांत ने 31 दिसंबर 2017 को राजनीति में आने का ऐलान किया था. उन्होंने अपने प्रशंसकों से बात करते हुए कहा था कि उनकी गठित होने वाली पार्टी राज्य विधानसभा की सभी 234 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. हालांकि विधानसभा चुनाव में अभी वक्त है और राज्य में अगला चुनाव 2021 में होना है.
दक्षिण सिनेमा के 2 बड़े चेहरे कमल हासन और प्रकाश राज पहले ही राजनीति में आने का ऐलान कर चुके हैं. हालांकि प्रकाश राज कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु की एक लोकसभा सीट (बेंगलुरु सेंट्रल संसदीय क्षेत्र) से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे.
वहीं इस महीने के पहले हफ्ते ऐलान किया था कि प्रख्यात फिल्मकार और मक्कल निधि मय्यम (एमएनएम) पार्टी के प्रमुख कमल हासन ने ऐलान किया कि वह अगला आम चुनाव अकेले ही लड़ेंगे. तब उन्होंने एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में हासन ने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में वह किसी के साथ गठबंधन नहीं करने जा रहे और उनकी पार्टी राज्य में अकेले ही चुनाव लड़ेगी. राज्य में 40 लोकसभा सीट है.