Advertisement

1984 सिख विरोधी दंगे के सरगना थे राजीव गांधी, सैम पित्रोदा रहे हैं करीबी: बीजेपी

संबित पात्रा ने कहा कि 1984 में जो हुआ वो नरसंहार था और उसके लिए सोनिया गांधी व राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए. संबित पात्रा ने आरोप लगाया है कि सिखों को घरों से निकालकर उनका कत्ल किया गया और यह सब कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने कराया.

बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 11 मई 2019,
  • अपडेटेड 2:55 PM IST

1984 के सिख विरोधी दंगे पर कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के बयान ने चुनावी मौसम में हलचल मचा दी है. सैम पित्रोदा की सफाई के बावजूद भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठा रही है. बीजेपी ने इस मसले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि कांग्रेस सैम पित्रोदा को पार्टी से बाहर निकाले.

शनिवार को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि 1984 में जो हुआ वो नरसंहार था और उसके लिए सोनिया गांधी व राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए. संबित पात्रा ने आरोप लगाया है कि सिखों को घरों से निकालकर उनका कत्ल किया गया और यह सब कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने कराया.

Advertisement

पात्रा ने कहा, 'सिखों को पहचानने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्कूल रजिस्ट्रेशन फॉर्म, वोटर लिस्ट और राशन कार्ड से जानकारी ली. कांग्रेस नेताओं ने सिखों के घरों पर S लिखकर उन्हें बाहर निकालकर कत्ल करने की साजिश रची.'

संबित पात्रा ने कहा कि इतनी खतरनाक साजिश पर अब कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने 'हुआ तो हुआ' कहकर जले पर नमक छिड़कने का काम किया है. पात्रा ने कहा कि कांग्रेस ने सिख विरोधी दंगों के लिए एक सरदार यानी मनमोहन सिंह से माफी मंगवाई. जबकि माफी सोनिया गांधी व राहुल गांधी को मांगनी चाहिए.

वहीं, प्रेस कॉन्फ्रेंस में संबित पात्रा के साथ बीजेपी नेता आरपी सिंह भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि जब सिखों के खिलाफ यह नरसंहार किया गया, तब कांग्रेस अहंकार में थी, लेकिन आज भी सैम पित्रोदा कह रहे हैं हुआ तो हुआ. आरपी सिंह ने कहा कि सैम पित्रोदा राजीव गांधी के करीबी थे और उनका यह बयान राजीव गांधी की मानसिकता को ही दर्शाता है. आरपी सिंह ने दावा किया कि 1984 में कत्ल करने वालों के सरगना राजीव गांधी थे.

Advertisement

बता दें कि कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने 1984 के सिख विरोधी दंगों पर कहा था कि हुआ है तो हुआ है. उनके इस बयान पर जब विवाद हुआ पित्रोदा ने सफाई दी और अपनी हिंदी सही न होने की दलील देते हुए कहा कि मैं कहना चाह रहा था कि जो हुआ, बुरा हुआ. पित्रोदा के बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी आपत्ति जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि यह कांग्रेस पार्टी की सोच नहीं है, पित्रोदा इस बयान के लिए माफी मांगें. हालांकि, बीजेपी पित्रोदा को पार्टी से बाहर करने और सोनिया व राहुल से माफी मांगने के लिए कह रही है.

चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़ लेटर

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement