
तमिलनाडु की हाईप्रोफाइल लोकसभा सीटों में से एक शिवगंगा सीट है. यहां से कांग्रेस के दिग्गज नेता पी चिदंबरम 7 बार सांसद रह चुके हैं. पिछले चुनाव में उनके बेटे कार्ति चिदंबरम पिता की कामयाबी को नहीं दोहरा पाए थे, लेकिन एक बार फिर कांग्रेस ने इस सीट पर कार्ति चिदंबरम को उतारा है. जबकि बीजेपी ने यहां से एच राजा को उम्मीदवार बनाया है. 2014 के लोकसभा चुनाव में एच राजा तीसरे स्थान पर रहे थे.
शिवगंगा लोकसभा सीट पर 18 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे, और यहां से कुल 26 उम्मीदवार मैदान में हैं. इस लोकसभा सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर है. क्योंकि तमिलनाडु में बीजेपी का एआईएडीएमके के साथ गठबंधन है, जबकि कांग्रेस डीएमके के साथ है.
शिवगंगा लोकसभा सीट पर दशकों से कांग्रेस की पकड़ रही है. लेकिन 2014 के चुनाव में एआईएडीएमके ने उलटफेर करते हुए यहां से जीत हासिल की थी. एआईएडीएमके के पीआर सेंथिलनाथन यहां से सांसद हैं. इस लोकसभा सीट के दायरे में 6 विधानसभा सीटें आती हैं.
2014 का जनादेश
2014 के लोकसभा चुनाव में एआईएडीएमके ने यहां से जीत दर्ज की थी. पीआर सेंथिलनाथन यहां से सांसद हैं. उन्हें 4,75,993 वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर डीएमके के दिग्गज नेता रा ध्रुवाई रहे. उन्हें 2,46,608 वोट मिले थे. 2014 में कार्ति चिदंबरम इस सीट पर चौथे स्थान पर रहे थे.
शिवगंगा सीट का इतिहास
शिवगंगा लोकसभा सीट 1967 में अस्तित्व में आई. पहले दो चुनाव (1967-1971) में यहां से DMK को जीत मिली, इसके बाद साल 1977 में AIADMK ने इस सीट पर कब्जा किया. 1980 में आर स्वामीनाथन ने कांग्रेस को इस सीट पर पहली बार जीत दिलाई.इसके बाद सिर्फ 1999 को छोड़कर 1984 से 2009 तक पी चिदंबरम ने इस सीट पर जीत दर्ज की. पी चिदंबरम इस सीट से 5 बार कांग्रेस और दो बार अपनी तमिल मनीला कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की. हालांकि 2009 में पी चिदंबरम की जीत पर विवाद भी हुआ. वोटों की 21 राउंड हुई गिनती में आरएस राजा जीत चुके थे. लेकिन कांग्रेस की आपत्ति के बाद वोटों की गिनती दोबारा कराई गई और चिदंबरम मामूली अंतर से जीते थे. पी चिदंबरम 1996 में तमिल मनीला कांग्रेस पार्टी बनाई, जिससे कार्ति ने शुरुआती राजनीति सीखी. बाद में चिदंबरम ने इसका विलय कांग्रेस में कर दिया.
सांसद का रिपोर्ट कार्ड
पीआर सेंथिलनाथन का जन्म शिवगंगा के नागडी गांव में हुआ था. राजनीति में आने से पहले वह वकालत के पेशे से जुड़े थे. 1988 में सेंथिलनाथन अन्नाद्रमुक पार्टी में शामिल हुए. 16वीं लोकसभा के दौरान AIADMK सांसद की संसद में 69 फीसदी उपस्थिति रही. उन्होंने 46 डिबेट में हिस्सा लिया और 488 सवाल पूछे.
तमिलनाडु की शिवगंगा लोकसभा सीट अपने खनिज पदार्थों, बुनाई, मेटल आधारित उद्योगों के लिए भी मशहूर है.
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