
सुब्रमण्यम स्वामी अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं, और कई बार ऐसे बयानों से अपनी ही पार्टी भारतीय जनता पार्टी को असहज कर देते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां एक ओर लगातार चुनाव प्रचार कर फिर से सत्ता में वापसी की कोशिशों में लगे हैं तो वहीं उन्हीं की पार्टी के सांसद का कहना है कि पार्टी को इस बार चुनाव में बहुमत नहीं मिलेगा और बीजेपी 220 से 230 सीटों तक सिमट जाएगी और उसे बहुमत जुटाने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा. साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि पुलवामा हमले के बाद मोदी सरकार ने अगर बालाकोट में एयर स्ट्राइक नहीं किया होता तो पार्टी 160 सीटों पर सिमट जाती.
सुब्रमण्यम स्वामी ने एक साक्षात्कार में कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 220 से 230 सीटों तक सिमटती है तो शायद नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री न बन सकें. उन्होंने कहा कि मान लीजिए बीजेपी 220 या 230 सीटों पर सिमट जाती है और एनडीए के सहयोगियों को 30 सीटें मिलतीं है तो आंकड़ा 250 तक जाएगा, बीजेपी को फिर भी 30 सीटों की जरूरत होगी.
नरेंद्र मोदी के फिर से प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर सुब्रमण्यम स्वामी का मानना है कि यह अन्य सहयोगियों पर निर्भर करता है. बहुमत के लिए 30 से 40 अतिरिक्त सीटों की जरुरत पड़ेगी. सरकार बनाने के लिए बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और बीजू जनता दल (बीजेडी) जैसे दल समर्थन कर सकते हैं.
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि नवीन पटनायक पहले ही कह चुके हैं कि वह (नरेंद्र मोदी) दूसरे कार्यकाल के लिए योग्य नहीं हैं. वहीं मायावती ने इस पर अपनी राय जाहिर नहीं की है. साथ ही मायावती के एनडीए में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मायावती एनडीए में शामिल हो सकती है और अगर वो नेतृत्व में बदलाव चाहती हैं तो इस पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी.
बालाकोट स्ट्राइक से बीजेपी को राहत
एक अन्य सवाल पर सुब्रमण्यम स्वामी का मानना है कि अगर पुलवामा हमले के बाद सरकार के बालाकोट में एयर स्ट्राइक करने से फायदा मिला और ऐसा नहीं किया होता तो बीजेपी को काफी नुकसान होता. उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के बाद अगर मोदी सरकार ने बालाकोट में एयर स्ट्राइक नहीं किया होता तो बीजेपी महज 160 सीटों तक सिमट जाती.
17वीं लोकसभा चुनाव के लिए 7 चरणों में वोट डाले जा रहे हैं जिसमें 4 चरण खत्म हो चुके हैं. शेष 3 चरणों में ज्यादातर सीटों पर मतदान हिंदी बेल्ट में होना है जहां पर 2014 में बीजेपी को बड़ी जीत हासिल हुई थी.
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