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सरगुजा लोकसभा सीट पर 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में, क्या BJP बचा पाएगी सीट?

छत्तीसगढ़ की सरगुजा लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने रेणुका सिंह सरुता, कांग्रेस ने खेल साई सिंह, बहुजन समाज पार्टी ने माया भगत, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने आशा देवी पोया, अंबेडकराइट पार्टी ऑफ इंडिया ने गुमन सिंह पोया, राष्ट्रीय जनसभा पार्टी ने चंद्रदीप सिंह कोरचो, बहुजन मुक्त पार्टी ने पवन कुमार नाग, शिवसेना ने मोहन सिंह टेकाम और शोषित समाज दल ने रामनाथ चेरवा को चुनाव मैदान में उतारा है.

फाइल फोटो- aajtak.in फाइल फोटो- aajtak.in
राम कृष्ण
  • सरगुजा,
  • 19 अप्रैल 2019,
  • अपडेटेड 10:14 PM IST

छत्तीसगढ़ की सरगुजा लोकसभा सीट पर तीसरे चरण में 23 अप्रैल को मतदान होने जा रहे हैं. यहां से भारतीय जनता पार्टी ने रेणुका सिंह सरुता, कांग्रेस ने खेल साई सिंह, बहुजन समाज पार्टी ने माया भगत, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने आशा देवी पोया, अंबेडकराइट पार्टी ऑफ इंडिया ने गुमन सिंह पोया, राष्ट्रीय जनसभा पार्टी ने चंद्रदीप सिंह कोरचो, बहुजन मुक्त पार्टी ने पवन कुमार नाग, शिवसेना ने मोहन सिंह टेकाम और शोषित समाज दल ने रामनाथ चेरवा को चुनाव मैदान में उतारा है.

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इसके अलावा पालसय उरांव बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट पर कुल 10 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इन सभी की किस्मत 23 अप्रैल को ईवीएम में बंद हो जाएगी और फिर 23 मई की मतगणना के बाद चुनाव नतीजे सामने आ जाएंगे.

सरगुजा सीट से बीजेपी साल 2004 से जीतती आ रही है. इस बार बीजेपी ने सरगुजा लोकसभा से मौजूदा सांसद कमलभान सिंह मराबी का टिकट काटकर रेणुका सिंह सरुता को उम्मीदवार घोषित किया है. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कमलभान सिंह मराबी ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने अपने करीबी कांग्रेस प्रत्याशी राम देव राम को करारी शिकस्त दी थी.

पिछले लोकसभा चुनाव में कमलभान सिंह मराबी को 5 लाख 85 हजार 336 यानी 49.29 फीसदी वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के राम देव राम को 4 लाख 38 हजार 100 यानी 36.90 फीसदी वोटों से संतोष करना पड़ा था. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में 75.92 फीसदी मतदान हुआ था.

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अगर साल 2009 के लोकसभा चुनाव की बात करें, तो उस बार भारतीय जनता पार्टी के मुरारीलाल सिंह को जीत मिली थी. उन्होंने 4 लाख 16 हजार 532 वोट हासिल किए थे और कांग्रेस के भानु प्रताप सिंह को हराया था. साल 2009 के लोकसभा चुनाव में भानु प्रताप सिंह को 2 लाख 56 हजार 983 वोट मिले थे. साल 2009 के लोकसभा चुनाव सरगुजा लोकसभा सीट पर 61.62 फीसदी मतदान हुआ था.

इस राज्‍य में 11 लोकसभा और 5 राज्‍यसभा सीटें आती हैं. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खाते में 10 सीटें और कांग्रेस के खाते में एक सीट आई थी. छत्‍तीसगढ़ क्षेत्रफल के हिसाब से देश का दसवां सबसे बड़ा राज्‍य है. फिलहाल राज्‍य की राजधानी रायपुर है, जिसे बदलकर नया रायपुर किया जाना प्रस्‍तावित है. 28 मिलियन से ज्‍यादा की जनसंख्‍या के साथ ये राज्‍य देश में 17वें स्‍थान पर आता है. सूबे में बीजेपी और कांग्रेस पार्टी का सबसे ज्यादा प्रभाव है.

सरगुजा लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित है. सरगुजा जिले का अंबिकापुर छ्त्तीसगढ़ के पुराने शहरों में से एक है. सरगुजा स्टेट के राजपरिवार से ताल्लुक रखने वाले टीएस सिंहदेव छत्तीसगढ़ के सबसे अमीर विधायक हैं. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की रमन सिंह सरकार के चौथी बार सत्ता में काबिज होने के सपने को तोड़ते हुए कांग्रेस ने शानदार जीत दर्ज की. छत्तीसगढ़ की मौजूदा कांग्रेस सरकार में सरगुजा संभाग से दो विधायक टीएस सिंहदेव और डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम को कैबिनेट में जगह दी गई है.

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इस लोकसभा सीट पर 2014 में पुरुष मतदाताओं की संख्या 7 लाख 71 हजार 303 थी, जिनमें से 6 लाख 10 हजार 877 ने वोटिंग में भाग लिया. वहीं, पंजीकृत 7 लाख 51 हजार 769 महिला वोटर्स में से 5 लाख 76 हजार 444 महिला वोटर्स ने भाग लिया था. इस सीट पर 15 लाख 23 हजार 072 मतदाता हैं, जिनमें से 11 लाख 87 हजार 321 ने पिछले लोकसभा चुनाव में मतदान किया था.

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