Advertisement

तंजावुर लोकसभा सीटः क्या कांग्रेस को अपने गढ़ में फिर से AIADMK से मिलेगी चुनौती

जहां तक बात राजनीति की है तो यह सीट कांग्रेसियों का गढ़ रही है. लेकिन हाल के कुछ चुनावों में डीएमके यहां बाजी मारती रही है. हालांकि, आखिरी लोकसभा चुनाव में एआईएडीएमके ने यहां जीत हासिल की थी.

भारतीय रेलवे (फाइल फोटो) भारतीय रेलवे (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 23 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 3:13 PM IST

तमिलनाडु की तंजावुर लोकसभा सीट अपने मंदिरों, आर्किटेक्ट के लिए मशहूर है. तंजावुर बृहदेश्वर मंदिर और तंजौर पेंटिंग के लिए भी जाना जाता है. कावेरी के डेल्टा में मौजूद तंजावुर को तमिलनाडु का धान का कटोरा भी जाता है क्योंकि यहां चावल का उत्पादन बड़ी मात्रा में होता है.

जहां तक बात राजनीति की है तो यह सीट कांग्रेसियों का गढ़ रही है. लेकिन हाल के कुछ चुनावों में डीएमके यहां बाजी मारती रही है. हालांकि, आखिरी लोकसभा चुनाव में एआईएडीएमके ने यहां जीत हासिल की थी. एआईएडीएमके के के. परसुरामन यहां से सांसद हैं.

Advertisement

राजनीतिक पृष्ठभूमि

तंजावुर सीट कांग्रेस का गढ़ रही है. 1952, 1957 और 1962 में यहां कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. लेकिन 1967 में डीएमके ने यह सीट कांग्रेस से छीन ली थी. 1971 में डीएमके यह सीट अपने पास रखने में कामयाब रही. लेकिन 1977 में पहली बार एआईएडीएमके ने यहां से पहली बार जीत दर्ज की. लेकिन 1979 के उपचुनाव में लंबे समय बाद इस सीट पर कांग्रेस ने वापसी की.

साल 1980, 1984, 89 और 91 में कांग्रेस की जीत का सिलसिला जारी रहा. लेकिन 1996 में डीएमके ने इस सीट पर दोबारा कब्जा कर लिया. 1998, 1999, 2004 और 2009 तक यह सीट डीएमके के पास रही. लेकिन 2014 में एआईएडीएमके ने डीएमके से यह सीट छीन ली.

सामाजिक तानाबाना

तंजावुर सीट पर कुल मतदाता 13.40 लाख है. जिसमें पुरुषों का प्रतिशत 49.44 है बकि महिलाओं का प्रतिशत 50.56 है. प्रति एक हजार पुरुषों पर महिलाओं की तादाद 1022 है.

Advertisement

विधानसभा सीटों का समीकरण

तंजावुर लोकसभा सीट के तहत छह विधानसभा सीटें आती हैं. ये हैं- ओरथानंद, थिरूवोनम, तंजावुर, तिरूवैयारू, पापनासम, वलंगीमान (सुरक्षित).  

2014 का जनादेश

2014 के लोकसभा चुनाव में एआईएडीएमके ने यहां से जीत दर्ज की थी. के. परसुरामन यहां से सांसद हैं. उन्हें 510307 वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर डीएमके के दिग्गज नेता टीआर बालू रहे. उन्हें 366188 वोट मिले थे.

सांसद का रिपोर्ट कार्ड

के. परसुरामन यहां से पहली बार 2014 में लोकसभा सांसद बने. उनकी शैक्षणिक योग्यता स्नातक है. वे 16 वीं लोकसभा में शहरी विकास मंत्रालय की स्टैंडिंग कमिटी के सदस्य हैं. 6 फरवरी, 2019 के आंकड़ों के मुताबिक लोकसभा में उनकी उपस्थिति 69 फीसदी रही है. उन्होंने 80 बहसों में हिस्सा लेते हुए इस दौरान 582 प्रश्न पूछे. उन्होंने अपनी सांसद निधि से 79.84 फीसदी रकम अपने क्षेत्र के विकास पर खर्च की.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement