
कुछ ही देर में 17वीं लोकसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो सकता है. इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और पूर्व सीएम मायावती ने बीजेपी पर हमला किया है. अखिलेश ने कहा है कि वोटों के लिए बीजेपी किसी भी हद तक जा सकती है. वहीं मायावती ने कहा कि खोखलेवादों से मुक्ति का दिन आ गया है.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व यूपी सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि वोटों के लिए बीजेपी देश में नफरत फैला रही है. उन्होंने कहा कि वोटों के लिए बीजेपी ने आर्मी को भी राजनीति में घसीट लिया. अखिलेश ने कहा कि वे खुद मिलिट्री स्कूल में पढ़े हैं.
सपा अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी ने वोट के लिए गाय और गंगा को भी नहीं छोड़ा. अखिलेश ने कहा कि लोग इस सरकार से दुखी हैं इसलिए वे बदलाव चाहते हैं. पीएम की रैलियों और जनसभाओं पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि हम चाहते थे कि वे लोग थक जाएं इसके बाद हम अपना प्रचार अभियान शुरू करेंगे.
उन्होंने कहा कि बीजेपी को अब जवाब देना होगा कि उन्होंने कितने लोगों को नौकरियां दी हैं. उन्होंने कहा कि नौकरियां तो दूर 40 हजार बिजनेसमैन देश छोड़कर चले गए. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी जल्द ही उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर देगी.
बीजेपी के दो नेताओं के बीच हुए मारपीट पर भी उन्होंने चुटकी ली. अखिलेश ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है जब दो नेताओं ने एक दूसरे की पिटाई की, 21 जूतों की सलामी दी गई, अब हालात ऐसे हैं कि मंत्री जिलों में जाने से डरते हैं, ये जूतोंवाली सरकार है. इस लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव की सहयोगी मायावती ने भी केंद्र सरकार पर हमला किया. मायावती ने कहा कि खोखले वादों से मुक्ति का समय आ गया है. उन्होंने ट्वीट कर बीजेपी सरकरा पर निशाना साधा है. उन्होंने धड़ाधड़ किए जा रहे शिलान्यासों पर तंज कसते हुए कहा कि अब सरकारी शिलान्यास कार्यक्रमों से मुक्ति मिल जाएगी.