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11 उम्मीदवारों के ऐलान के साथ ही सपा-बसपा गठबंधन में कांग्रेस का रास्ता बंद!

कांग्रेस ने गुरुवार को लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी. पहली लिस्ट में उत्तर प्रदेश के 11 उम्मीदवारों का नाम शामिल है, वहीं 4 नाम गुजरात के हैं. देखा जाए तो कांग्रेस को लेकर पिछले 24 घंटे में बेहद ही नाटकीय घटनाक्रम देखना को मिला.

अखिलेश यादव और राहुल गांधी(फोटो- PTI) अखिलेश यादव और राहुल गांधी(फोटो- PTI)
कुमार अभिषेक
  • लखनऊ,
  • 08 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 8:37 AM IST

कांग्रेस ने गुरुवार को लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी. पहली लिस्ट में उत्तर प्रदेश के 11 उम्मीदवारों का नाम शामिल है, वहीं 4 नाम गुजरात के हैं. देखा जाए तो कांग्रेस को लेकर पिछले 24 घंटे में बेहद ही नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला. सबसे पहले दिल्ली से यह खबर आई कि कांग्रेस के साथ सपा-बसपा गठबंधन लगभग तय हो गया है और 11 से 12 सीटों पर सहमति बन गई है, लेकिन जैसे ही यह खबर फैली समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और अखिलेश यादव के करीबी उदयवीर सिंह ने महागठबंधन के साथ कांग्रेस के आने की खबर को झूठा करार दिया.

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उदयवीर सिंह ने बकायदा ट्वीट कर कांग्रेस के सपा-बसपा गठबंधन में शामिल होने को पत्रकारों के दिमाग की उपज और प्लांटेड खबर करार दिया. सूत्रों की मानें तो समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने कांग्रेस के साथ ऐसे किसी समझौते से इनकार किया. गुरुवार दिनभर इस खबर की चर्चा होती रही तो देर शाम कांग्रेस ने 11 प्रमुख उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर दी.  

इस सूची के जारी होने के साथ ही उन अटकलों पर फिलहाल विराम लगता दिख रहा है जिसके मुताबिक कांग्रेस का सपा-बसपा के साथ कोई गठबंधन हुआ है. उत्तर प्रदेश की जिन 11 सीटों पर कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं उसमें यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी की रायबरेली, राहुल गांधी की अमेठी आरपीएन सिंह की कुशीनगर, सलमान खुर्शीद की फर्रुखाबाद सीट अहम है.

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कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति ने नामों पर अपनी मुहर लगाई. पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक की ओर से जारी सूची में 15 नाम शामिल हैं जिसमे 11 यूपी से हैं.

जानकारों की मानें तो कांग्रेस और महागठबंधन के बीच 15 सीटों को लेकर बातचीत चल रही है. तो ऐसे में क्या पहले 11 सीटें जारी कर कांग्रेस ने दबाव बनाया है? क्या अब भी कोई समझौते की गुंजाइश बची है?

ऐसे ढेरों सवाल हैं जो फिलहाल राजनीतिक फिजा में तैर रहे हैं, लेकिन अब यह लगभग तय माना जा रहा है कि कांग्रेस यहां तीसरी शक्ति के रूप में चुनाव लड़ेगी.

बता दें कि उत्तर प्रदेश में मोदी को मात देने के लिए सपा-बसपा ने साथ आने का ऐलान किया था. राज्य की कुल 80 लोकसभा सीटों में से 38 बसपा और 37 सीटों पर सपा ने चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. जबकि तीन सीटों पर आरएलडी चुनाव लड़ेगी.

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