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उत्तराखंड की पांच में से 2 सीटों पर BJP ने उतारे नए चेहरे

बीजेपी के नए चेहरों के सामने चुनौती अपने पूर्ववर्ती नेताओं की लोकप्रियता के तिलिस्म को बरकरार रख पाने की है. पौड़ी गढ़वाल सीट से मनीष खंडूरी को टिकट मिलना लगभग तय है. अगर ऐसा हुआ तो इस सीट पर मुकाबला तीरथ सिंह रावत वर्सेज मनीष खंडूरी होगा. बता दें कि तीरथ सिंह रावत कभी बीसी खंडूरी के वफादारों में शामिल रहे हैं.

फोटो-Twitter/BJP4UK फोटो-Twitter/BJP4UK
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 11:20 AM IST

उत्तराखंड में मिशन क्लीन स्वीप का सपना देख रही बीजेपी ने सभी पांचों सीटों के लिए कैंडिडेट के नाम का ऐलान कर दिया है.  राज्य में 100 परसेंट रिजल्ट के लिए बीजेपी ने दो पूर्व मुख्यमंत्रियों का टिकट काट दिया है, और दो नऐ चेहरों को उतारा है. ये नए चेहरे हैं वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट और तीरथ सिंह रावत. तीरथ सिंह रावत पूर्व में प्रदेश इकाई की कमान संभाल चुके हैं.

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2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राज्य की सभी पांचों सीटों पर कब्जा किया था. बीजेपी के सामने अब चुनौती 2019 में भी इन पांचों सीटों पर अपने पिछले परफॉर्मेंस को दोहराने की है. राज्य के सियासी मिजाज को भांपते हुए बीजेपी ने 2 दिग्गजों का काट दिया है. ये दोनों ही दिग्गज उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं. इनके नाम हैं भुवन चंद्र खंडूरी और भगत सिंह कोश्यारी. बीजेपी ने अपनी लिस्ट में अजय भट्ट को नैनीताल सीट से भगत सिंह कोश्यारी की जगह उतारा है, जबकि पौड़ी गढ़वाल से पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी के स्थान पर तीरथ सिंह रावत को सामने लाया गया है. तीन दूसरी सीटों पर बीजेपी ने अपने पुराने दिग्गजों, टिहरी से माला राज्यलक्ष्मी शाह, अल्मोड़ा से अजय टम्टा और हरिद्वार से रमेश पोखरियाल निशंक, पर ही भरोसा जताया है.

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दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों, कोश्यारी और खंडूरी, की जगह नये चेहरों की घोषणा इसलिये हुई क्योंकि उन्होंने पार्टी हाईकमान को इस बार चुनाव न लड़ने की इच्छा से अवगत करा दिया था. इसके अलावा दोनों नेता बीजेपी में टिकट पाने का अघोषित उम्र का पैमाना पार कर चुके थे. 1942 में पैदा हुए भगत सिंह कोश्यारी 76 साल पूरे कर चुके हैं. जबकि भुवन चंद्र खंडूरी 84 साल के हो चुके हैं. माना जा रहा है कि बीसी खंडूरी इस सीट से अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहे थे, लेकिन बीजेपी नेतृत्व ने इसके लिए मना कर दिया. इसके बाद बीसी खंडूरी के बेटे मनीष खंडूरी पिछले सप्ताह राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हो गए थे. इस बावत जब प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट से पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि मनीष खंडूरी बीजेपी के सदस्य नहीं हैं इसलिए वो किसी भी दल में जाने को स्वतंत्र हैं. बीसी खंडूरी ने भी अपने बेटे के बारे में कहा था कि मनीष खंडूरी युवा हैं और वह अपने फैसले लेने को स्वतंत्र हैं.

अब बीजेपी के नए चेहरों के सामने चुनौती अपने पूर्ववर्ती नेताओं की लोकप्रियता के तिलिस्म को बरकरार रख पाने की है. पौड़ी गढ़वाल सीट से मनीष खंडूरी को टिकट मिलना लगभग तय है. अगर ऐसा हुआ तो इस सीट पर मुकाबला तीरथ सिंह रावत वर्सेज मनीष खंडूरी होगा. बता दें कि तीरथ सिंह रावत कभी बीसी खंडूरी के वफादारों में शामिल रहे हैं.

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वहीं विधानसभा चुनावों में अपनी काबिलियत साबित कर चुके अजय भट्ट के सामने चुनौती एक बार फिर से अपना चुनावी कौशल साबित करने की है. दो साल पहले विधानसभा चुनावों में भट्ट के नेतृत्व में पार्टी ने 70 में से 57 सीटों पर ऐतिहासिक विजय हासिल की थी. हालांकि, अजय भट्ट तब खुद अपनी सीट अल्मोड़ा के रानीखेत विधानसभा क्षेत्र से हार गये थे, लेकिन अब लोकसभा चुनाव के लिए उन्हें पार्टी टिकट दिया जाना उनके लिये पुरस्कार माना जा रहा है.

शनिवार से सीएम संभालेंगे प्रचार की कमान

उत्तराखंड में टिकटों की घोषणा के साथ ही बीजेपी ने प्रचार का ताबड़तोड़ प्रचार अभियान प्लान तैयार कर लिया है. सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत खुद राज्य के स्टार प्रचारक हैं. उत्तराखंड में पहले चरण में 11 अप्रैल को मतदान है. सीएम 23 मार्च को नैनीताल में, 24 मार्च को अल्मोड़ा, गढ़वाल और हरिद्वार में रैलियां करेंगे. उत्तराखंड बीजेपी का दावा है कि केंद्र और राज्य दोनों जगह बीजेपी की सरकार होने की वजह से राज्य में डबल स्पीड से काम किया है, लिहाजा जनता काम के इस स्पीड को बरकरार रखने के लिए पार्टी को एक और मौका देगी.

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