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कौन बनेगा प्रधानमंत्री. किस पार्टी को कितनी सीट मिलेंगी. ये सब ऐसे सवाल हैं, जिन पर इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है. पांच चरण का मतदान हो चुका है. 543 में से 425 सीटों पर वोट डाले जा चुके हैं. दो चरण के मतदान बाकी हैं. कांग्रेस, बीजेपी, बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, टीएमसी समेत अन्य पार्टियों ने भी चुनाव में सबकुछ झोंक दिया है. पिछले कई चुनाव बीजेपी ने राम के नाम पर लड़े. लालकृष्ण आडवाणी की अगुआई में पूरे देश में रथ यात्रा निकाली गई थी. लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव में राम की एंट्री बैकडोर से हुई है. पीएम नरेंद्र मोदी ने अयोध्या के पास जनसभा की लेकिन राम मुद्दा नहीं बन पाए. लेकिन एक वायरल वीडियो ने पश्चिम बंगाल में राम को मुद्दा बना दिया.
ममता ने दिया मौका
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी या किसी अन्य पार्टी नेता ने अब तक राम को मुद्दा नहीं बनाया था. लेकिन एक वायरल वीडियो ने बीजेपी को यह मुद्दा भुनाने का मौका दे दिया. यह काम किया है पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने, दरअसल पिछले दिनों ममता बनर्जी के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं ने जय श्रीराम के नारे लगाए तो वह भड़क गई थीं. पश्चिम बंगाल के चंद्रकोण में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा ऐसा करने पर उन्होंने अपना काफिला रुकवाया और उन्हें धमकी देते हुए कहा था कि चुनाव के बाद भी उन्हें यहीं रहना है. ममता ने कहा था, ये लोग जो नारे लगा रहे हैं उन्हें 23 मई को चुनाव के नतीजों के बाद अंजाम भुगतना होगा. इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ था.
शाह बोले- लगाऊंगा नारे
इसके बाद मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के वेस्ट मेदिनीपुर में रैली की और मंच से खुद जय श्रीराम के नारे लगाए और जनता से भी लगवाए. उन्होंने ममता बनर्जी को खुली चुनौती दे हुए कहा कि वह नारे लगाएंगे, जो बन पड़ता है, उखाड़ लो. अमित शाह की रैली से पहले ममता ने विष्णुपुर रैली में कहा, बीजेपी बाबू, आप जय श्री राम कहते हैं, लेकिन क्या आपने अब तक एक भी राम मंदिर बनाया. चुनाव आते ही रामचंद्र भाजपा के एजेंट बन जाते हैं. आप जय श्री राम कहते हैं और दूसरों को भी जबरदस्ती बोलने को कहते हैं.
सीटें बढ़ाने पर नजर
इन सियासी बयानबाजी से लगता है जैसे बीजेपी ने राम के मुद्दे पर ममता बनर्जी को उकसाने की और वह उसमें कामयाब भी हो गई. अब श्रीराम का मुद्दा अयोध्या नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल को बना दिया गया है. गौर करने वाली बात है कि पीएम मोदी ने भी अयोध्या रैली को छोड़कर कहीं भी इस मुद्दे के बारे में कुछ नहीं कहा. अयोध्या रैली उन्होंने जय श्री राम के नारे से खत्म की थी. बीजेपी का इस बार पश्चिम बंगाल पर फोकस ज्यादा है. उसका राज्य में ज्यादा से ज्यादा सीट जीतने का मकसद है. राज्य की 42 सीटों में से 2014 में भाजपा को 2 सीट मिली थीं. मुमकिन है कि बीजेपी राम के मुद्दे पर राज्य में अपनी सीट बढ़ाने का मौका शायद ही छोड़ेगी.