Advertisement

कमलनाथ के बाद अब मनीष तिवारी भी BJP के संपर्क में, इस लोकसभा सीट को लेकर फंसा पेच

लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस को लगातार झटके लग रहे हैं. मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के बीच अब पंजाब से बड़ी खबर सामने आ रही है. वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सांसद मनीष तिवारी भी बीजेपी के संपर्क में हैं.

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी कांग्रेस नेता मनीष तिवारी
हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 18 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 1:09 PM IST

कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. कमलनाथ के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के बीच अब पंजाब से बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है.  सूत्रों के अनुसार, पंजाब के आनंदपुर साहिब से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी भी बीजेपी के संपर्क में हैं और पार्टी में शामिल हो सकते हैं. कहा जा रहा है कि इस बार मनीष तिवारी आनंदपुर साहिब की जगह बीजेपी के चुनाव चिन्ह पर लुधियाना लोकसभा से चुनाव लड़ना चाहते हैं.

Advertisement

बीजेपी सूत्रों ने बताया कि लुधियाना सीट में पार्टी के पास सक्षम उमीदवार है. सीट को लेकर मनीष तिवारी के बीजेपी में शामिल होने को लेकर पेंच फंसा हुआ है.

मनीष तिवारी के ऑफिस ने जारी किया ये बयान

हालांकि मनीष तिवारी के भाजपा के संपर्क में होने की अटकलों के बीच उनके कार्यालय ने एक बयान जारी किया है. इसमें कहा गया है, 'मनीष तिवारी के भाजपा में शामिल होने की अटकलें निराधार हैं. वह अपने निर्वाचन क्षेत्र में हैं और वहां विकास कार्यों की देखरेख कर रहे हैं. शनिवार रात ही वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं के घर रुके थे'.

कौन हैं मनीष तिवारी?

आपको बता दें कि मनीष तिवारी (Manish Tewari)  सांसद होने के साथ-साथ वकील भी हैं. 17वीं लोकसभा में वह पंजाब के आनंदपुर साहिब से कांग्रेस सांसद चुने गए. यूपीए सरकार के दौरान वह 2012 से 2014 तक सूचना और प्रसारण मंत्री और 2009 से 2014 तक लुधियाना से सांसद रहे हैं. यूपीए सरकार के दौरान वह कांग्रेस के प्रवक्ता भी रहे.

Advertisement

तिवारी 1988 से 1993 तक भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ के अध्यक्ष थे . और 1998 से 2000 तक भारतीय युवा कांग्रेस (I) के अध्यक्ष थे. वे 2004 के लोकसभा चुनाव हार गए लेकिन शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार को हराकर 2009 में लोकसभा का चुनाव जीता. मार्च 2014 में खराब स्वास्थ्य की वजह से उन्होंने लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ा था.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement