
पश्चिमी यूपी में लोकसभा चुनाव दिलचस्प हो गया है. भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद के खिलाफ बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रचार में अपने भतीजे आकाश आनंद को उतार दिया है. यूपी की पहली चुनावी रैली में आकाश आनंद ने पीएम मोदी के राशन और चंद्रशेखर आजाद के भाषण पर जमकर हमला बोला.
बता दें कि चंद्रशेखर आजाद नगीना सीट से चुनावी ताल ठोक रहे हैं. ऐसे में नगीना में बहुजन विरासत की लड़ाई दिलचस्प हो गई है. चंद्रशेखर के खिलाफ बसपा कैंडिडेट सुरेंद्र मैनवाल का प्रचार करने आकाश आनंद उतर गए हैं. आकाश आनंद ने अपने जीवन की पहली चुनावी जनसभा की शुरुआत इसी नगीना सीट से की है. आकाश आनंद ने नगीना की अपनी पहली जनसभा में चंद्रशेखर आजाद पर जबरदस्त हमला बोला.
चंद्रशेखर का नाम लिए बिना आकाश आनंद ने कहा कि वह सड़क पर हमारे लोगों को उतारकर लड़ाई लड़ने की बात करते हैं, लेकिन अपना मुकद्दर बनाने के बाद लोगों को छोड़कर चले जाते हैं. आकाश आनंद ने कहा कि वे (चंद्रशेखर) लोगों को गुमराह कर रहे थे, वह इंडिया ब्लॉक में घुसना चाहते थे, ताकि अपनी एक सीट निकाल सकें, लेकिन उनकी किस्मत इतनी खराब है कि अलायंस के बाद भी वह बेघर घूम रहे हैं.
'चंद्रशेखर ने बसपा के लिए क्या-क्या नहीं कहा'
आकाश आनंद ने कहा कि वह (चंद्रशेखर) लोगों से कह रहे हैं कि भाई एक सीट ही दे दो. आज उन्होंने (चंद्रशेखर ने) क्या-क्या नहीं कहा कि बसपा का प्रत्याशी बहुत कमजोर है, वह लड़ नहीं पाएगा. उन्होंने सुरेंद्र मैनवाल का परिचय कराते हुए कहा कि क्या हमारे प्रत्याशी आपको कहीं से कमजोर लग रहे हैं. ये मजबूत कैंडिडेट हैं, इन्हें और ज्यादा मजबूत बनाएं. इससे पहले चंद्रशेखर आजाद ने आजतक से बात की और कहा कि मायावती ने तो परोक्ष स्तर पर उन्हें ही उम्मीदवार बना रखा है, चंद्रशेखर ने कहा कि मायावती चाहती हैं कि वह (चंद्रशेखर) चुनाव लड़ें और नेता बनें, इसीलिए उन्होंने कमजोर उम्मीदवार नगीना में उतारा है.
नगीना और बिजनौर बीएसपी की मजबूत सीट
नगीना और बिजनौर बीएसपी की मजबूत सीटों में से एक रहे हैं और बसपा इसमें ज्यादातर इन सीटों को जीतती रही है, लेकिन इस बार चंद्रशेखर आजाद के चुनावी मैदान में उतरने से बीएसपी के वोट बैंक में सेंध लग गई है. ऐसे में दलितों का एक बड़ा तबका चंद्रशेखर की तरफ झुकाव दिखा रहा है.
मुस्लिम वोटर अभी रमजान की वजह से खामोश!
मुस्लिम वोटर अभी रमजान की वजह से पूरी तरीके से खामोश है और रमजान के बाद मुस्लिम ये तय कर सकते हैं कि वह बीएसपी के साथ जाएं या चंद्रशेखर आजाद के साथ. लेकिन जिस तरीके से अपनी पहली रैली में आकाश आनंद ने चंद्रशेखर आजाद को निशाने पर लिया है, इससे साफ दिख गया कि नगीना में बहुजन वोटों में बड़ा बिखराव है और चंद्रशेखर मायावती की विरासत को चुनौती दे रहे हैं.