
चुनावी माहौल के बीच कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. X ने झारखंड कांग्रेस के हैंडल पर एक्शन लेते हुए इस पर रोक लगा दी है. असल में इसी X हैंडल से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक 'डीपफेक मॉर्फ्ड वीडियो' पोस्ट किया गया था. जिसके बाद कानूनी कार्रवाई की मांग की गई थी. जिसके बाद X ने ये कार्रवाई की है.
गजेंद्र सिंह को दिल्ली पुलिस ने समन भेजा
प्रदेश कॉग्रेस कमेटी अध्यक्ष के बाद झारखंड कांग्रेस के सोशल मीडिया सेल के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह को दिल्ली पुलिस ने समन और नोटिस भेजा है. सिंह ने आजतक से बात करते हुए कहा कि तत्काल नोटिस का जवाब देना मुश्किल है. यहां तक कि उन्हें 3 मई को स्पेशल आईटी सेल के सामने पेश होने के लिए भी कहा गया है. पार्टी अपने कानूनी सलाहकारों से सलाह ले रही है. उन्होंने कहा कि झारखंड कांग्रेस पर बढ़ते दबाव के कारण दिल्ली पुलिस ने X से हमारा अकाउंट होल्ड करने को कहा.
PCC चीफ राजेश ठाकुर को दिल्ली पुलिस ने किया तलब
पार्टी के एक प्रवक्ता ने बुधवार को कहा कि झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर को दिल्ली पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के छेड़छाड़ किए गए वीडियो की जांच के सिलसिले में 2 मई को तलब किया है. उन्होंने कहा कि ठाकुर को 28 अप्रैल को स्पेशल सेल द्वारा दर्ज की गई एक एफआईआर के संबंध में दिल्ली पुलिस के इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) कार्यालय में जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है.
'मुझे नोटिस भेजना, सिर्फ अराजकता'
ठाकुर ने कहा, 'मुझे मंगलवार को दिल्ली पुलिस से नोटिस मिला, लेकिन, यह मेरी समझ से परे है कि मुझे नोटिस क्यों दिया गया. यह अराजकता के अलावा कुछ नहीं है. अगर कोई शिकायत है, तो उन्हें पहले मेरे एक्स अकाउंट की सामग्री को सत्यापित करना चाहिए. चुनाव अभियान अपने चरम पर है और अभियान में मेरी भागीदारी को समझा जा सकता है. ऐसे में, उन्होंने मेरा लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट मांगे हैं. " उन्होंने कहा, ''चीजों की पुष्टि किए बिना समन भेजना उचित नहीं है. ''
तेलंगाना सीएम को फिर भेजा जा सकता है नोटिस
फेक वीडियो मामले में दिल्ली पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. सामने आया है कि, दिल्ली पुलिस तेलंगाना सीएम को दोबारा नोटिस भेज सकती है. पुलिस ने तेलंगाना सीएम को नोटिस भेजकर 1 मई को दिल्ली आने को कहा था और इलेक्ट्रानिक डिवाइस साथ लाने को कहा था. बुधवार को तेलंगाना सीएम दिल्ली पुलिस के सामने पेश नहीं हुए बल्कि अपने वकीलों के जरिए रिप्लाई भिजवाया है.
दिल्ली पुलिस लगातार कर रही है कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक अमित शाह के एडिटेड वीडियो मामले में FIR दर्ज करने के बाद दिल्ली पुलिस ने अब तक लगभग 20 लोगों को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेज चुकी है. कुछ को 1 मई को बुलाया गया था, अब कुछ को एक-दो दिन में पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
गरमाया एडिटेड वीडियो का मामला
बता दें कि लोकसभा चुनाव प्रचार के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एडिटेड वीडियो का मामला और गरमा गया है. बडे़ पैमाने पर जांच शुरू की गई है. दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पुलिस की जांच का दायरा कई राज्यों तक फैल गया है. एडिटेड वीडियो की जांच के लिए झारखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, नागालैंड के लिए दिल्ली पुलिस की अलग- अलग टीमें भेजी गई हैं. फर्जी वीडियो मामले में पुलिस ने तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी को भी तलब किया है.
आरक्षण से जुड़ा था वीडियो
दरअसल, अमित शाह के जिस फर्जी वीडियो को सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा था वो आरक्षण से जुड़ा हुआ था. अमित शाह ने गुवाहाटी में उस फेक वीडियो को लेकर कांग्रेस पर हमला भी बोला. अमित शाह ने कहा कि 'कांग्रेस पार्टी झूठ फैलाकर जनता के बीच में भ्रांति फैलाना चाहती है.
क्या बोले थे अमित शाह?
गृह मंत्री अमित शाह ने गुवाहाटी में बीजेपी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और फर्जी वीडियो के संबंध में जानकारी दी. उन्होंने फेक और ऑरिजनल वीडियो भी सबके सामने रखा. शाह का कहना था कि मैंने जो बोला था, उसकी पूरी रिकॉर्डिंग है. कांग्रेस मेरा फेक वीडियो फैलाकर झूठ और भ्रम फैला रही है. आरक्षण और संविधान पर भ्रम फैलाया जा रहा है.