
कांग्रेस को आगामी लोकसभा चुनावों से पहले झारखंड में बड़ा झटका लगा है. राज्य में पार्टी की एकमात्र सांसद गीता कोड़ा सोमवार को प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं. वह पश्चिमी सिंहभूम जिले की चाईबासा लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद हैं. बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनावों में झारखंड की 14 सीटों में से कांग्रेस को सिर्फ चाईबासा में ही जीत मिली थी. वहीं राजमहल सीट से जेएमएम का उम्मीदवार चुनाव जीता था.
पिछले आम चुनावों में झारखंड की 12 लोकसभा सीटों पर बीजेपी और उसके सहयोगी दलों ने जीत हासिल की थी. गीता कोड़ा के भाजपा में शामिल होने के साथ कांग्रेस झारखंड में शून्य पर आ गई है. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा कथित तौर पर राज्य में कांग्रेस पार्टी द्वारा झारखंड मुक्ति मोर्चा और राष्ट्रीय जनता दल के साथ किए गए गठबंधन से नाखुश थीं. उन्होंने पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया.
'कांग्रेस अपने बचे हुए 40-50 सांसदों से भी नहीं करती बात'
रांची बीजेपी कार्यालय में भगवा पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद गीता कोड़ा ने आज तक से खास बातचीत में कांग्रेस पर जमकर भड़ास निकाली. उनका आरोप है कि कांग्रेस के देश में महज 45 से 50 सांसद ही रह गए हैं, लेकिन पार्टी उनसे भी बातचीत करने या फीडबैक लेने की जहमत नहीं उठाती. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के आला नेताओं से मिलना भी सांसदों के लिए बेहद मुश्किलों भरा काम है.
गीता कोड़ा ने कहा, 'अगर कोई सांसद कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से मिलना चाहे तो कई स्तर पे उनका नाम स्कैन होता है. ऐसे में जनहित को लेकर काम कैसे संभव है? कांग्रेस का वास्ता सिर्फ परिवारवाद को बढ़ावा देने से है. तुष्टीकरण की राजनीति से उसे फुरसत नहीं है. जबकि देश और विश्व में सबसे लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिलाओं से लेकर हर वर्ग का काम करते हैं और उनकी सोच सबके विकास की है'.
बीजेपी में नेता जनहित से जुड़े कार्य कर सकते हैं: गीता कोड़ा
चाईबासा सांसद ने कहा कि महिलाओं के तीन तलाक का मामला हो या फिर उनके सशक्तिकरण का, बीजेपी देश की सबसे लोकप्रिय पार्टी है, जहां नेता जनहित में कार्य कर सकते हैं. झारखंड बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि गीता कोड़ा के बीजेपी में आने से कोल्हान में पार्टी मजबूत हुई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शिबू सोरेन से लेकर मधु कोड़ा तक लगातार आदिवासी नेताओं को छलती रही है. मरांडी ने कहा, 'कांग्रेस ने मधु कोड़ा में से मधु निकाल लिया और उन्हें कोड़ा खाने के लिए छोड़ दिया'.
चाईबासा से 2024 में गीता कोड़ा हो सकती हैं बीजेपी प्रत्याशी
बीजेपी 2019 के लोकसभा चुनावों में झारखंड की जिन दो सीटों पर उसे हार मिली थी, उन्हें अबकी बार जीतने के लिए रणनीति बना रही थी. सूत्रों की मानें तो अमित शाह पिछले साल जनवरी में जब चाईबासा आए थे, तभी गीता कोड़ा के बीजेपी में जाने की पटकथा लिख दी गई थी. सूत्रों के मुताबिक गीता कोड़ा ही चाईबासा से 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा की उम्मीदवार हो सकती हैं. क्योंकि 2019 में देश के साथ झारखंड में पीएम मोदी और बीजेपी की लहर होने के बावजूद उन्होंने जीत दर्ज की थी. गीता कोड़ा ने तब अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के लक्ष्मण गिलुवा को 72,000 से अधिक मतों से हराया था.