
बिहार (Bihar) के कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने शनिवार को कहा कि पार्टी राज्य में दस से ज्यादा लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहेगी. इसके अलावा उन्होंने केंद्रीय मंत्री और एलजेपी नेता पशुपति कुमार पारस जैसे 'असंतुष्ट' एनडीए सहयोगियों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अगर वो स्विच करना चाहते हैं, तो कांग्रेस में उनका स्वागत है.
पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस की राज्य चुनाव समिति ने शनिवार को मीटिंग में हमारे केंद्रीय नेतृत्व को महागठबंधन के सहयोगियों के साथ सीट-बंटवारे का फॉर्मूला तय करने के लिए अधिकृत किया. पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 10 सीटों पर चुनाव लड़ा था. इस बार हम निश्चित रूप से उससे भी ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहेंगे. हालांकि, उन्होंने यह साफ कर दिया कि इस संबंध में आखिरी फैसला केंद्रीय नेतृत्व द्वारा लिया जाएगा.
कांग्रेस अध्यक्ष ने LJP नेता का जिक्र क्यों किया?
केंद्रीय मंत्री और एलजेपी नेता पशुपति कुमार पारस ने शुक्रवार को बीजेपी पर उनके एलजेपी गुट के साथ न्याय नहीं करने का आरोप लगाया और संकेत दिया कि वह एनडीए छोड़ सकते हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि वह कहीं भी जाने के लिए आजाद हैं और दरवाजे खुले हुए हैं. इस वजह से राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ने उन्हें इशारों ही इशारों में कांग्रेस ज्वाइन करने का निमंत्रण दे दिया.
हाजीपुर सहित बिहार की कई लोकसभा सीटों पर पारस के दावे को नजरअंदाज करते हुए लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के एक अन्य गुट के प्रमुख, उनके भतीजे चिराग पासवान के साथ बीजेपी द्वारा सीट-बंटवारे का समझौता करने के कुछ दिनों बाद उनकी निराशा नजर आई.
यह भी पढ़ें: "BJP को सवाल करने का अधिकार नहीं", कटिहार फायरिंग पर बोले बिहार कांग्रेस के नेता
राम विलास पासवान का राजनीतिक दल लोक जनशक्ति पार्टी, साल 2020 में उनके निधन के बाद दो हिस्सों में बंट गई. उनके भाई पारस राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) का नेतृत्व करते हैं और राम विलास पासवान के बेटे चिराग पासवान लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) का नेतृत्व करते हैं. दोनों पार्टियां बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा हैं.
इस बीच, महागठबंधन के एक अन्य सहयोगी, सीपीआई (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन ने शनिवार को कहा कि राज्य में सीट-बंटवारे के मुद्दों को जल्द से जल्द हल किया जाना चाहिए.
सीपीआई (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन की बिहार यूनिट के मीडिया प्रभारी कुमार परवेज ने कहा कि अब, लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. इसलिए सीट-बंटवारे के मुद्दे को महागठबंधन के सहयोगियों द्वारा जल्द से जल्द हल किया जाना चाहिए.
बता दें कि लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए इलेक्शन कमीशन ने शनिवार को कहा कि बिहार की 40 लोकसभा सीटों पर सात चरणों में 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7, 13, 20, 25 मई और 1 जून को चुनाव होंगे.