
केरल की सत्ता पर काबिज पिनाराई विजयन सरकार और भारतीय जनता पार्टी में तकरार थमने का नाम नहीं ले रही है. अब बीजेपी ने चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाते हुए केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन पर चुनाव में प्रचार करने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. बीजेपी ने सीएम पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया है.
भाजपा के केरल के कार्यकारी सदस्य के. के. सुरेंद्रन ने चुनाव आयोग को एक पत्र लिख कर आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने धर्म के नाम पर प्रचार करके आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है. बीजेपी नेता ने अपने पत्र में सीएम के भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि कल उन्होंने मलप्पुरम में सीपीआईएम ने संविधान सुरक्षा रैली का आयोजन किया था, जहां उन्होंने धार्मिक भावनाएं भड़काने, दंगे भड़काने और राजनीतिक लाभ लेने की मंशा से भाषण दिया.
बीजेपी ने लगाए सीएम पर गंभीर आरोप
उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार द्वारा ये कार्यक्रम विशेष रूप से रमजान के दौरान मुस्लिम समुदाय के विश्वासियों के बीच भय और नफरत पैदा करने के इरादे से रखा गया था. उन्होंने अपने भाषण में कहा कि मुसलमानों को नागरिक नहीं माना जाता, मुसलमान नागरिकता के लिए भी आवेदन नहीं कर सकते, उनको उनके नागरिक अधिकारों से वंचित किया जा रहा है.
यह भी पढ़ें: केरल: यूथ कांग्रेस चुनाव में फर्जी आईडी कार्ड का मामला, सीएम पिनाराई विजयन ने कांग्रेस पर बोला हमला
'लोगों को गुमराह करता है सीएम का भाषण'
बीजेपी नेता ने अपने पत्र में आगे लिखा कि सीएम के भाषण का मतलब है कि कोई भी मुस्लिम कानून के आधार पर भारत में नहीं रह सकता. उनका ये भाषण केरल के लोगों को गुमराह किया है, क्योंकि उन्होंने ये भी कहा कि केरल में सीएए और एनपीआर जैसे कानूनों को लागू नहीं करेंगे. उनके ये शब्द हिंदू-मुस्लिम के बीच दरार पैदा करेंगे और उनके बीच नफरत पैदा होगी.
यह भी पढ़ें: केरल के दो मंत्रियों ने दिया पिनाराई विजयन सरकार से इस्तीफा, समझौते के तहत उठाया कदम
उन्होंने पत्र में आगे सीएम के चुनाव में प्रचार करने की मांग करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री लगातार आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर भाषण दे रहे हैं. इसलिए हम मांग करते है कि मुख्यमंत्री को चुनाव प्रचार करने से प्रतिबंधित किया जाए और उनके खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए.