
लोकसभा चुनाव से पहले जातिगत जनगणना का मुद्दा फिर से गर्माता नजर आ रहा है. अब कांग्रेस ने झारखंड में जातिगत जनगणना का मुद्दा उठा दिया है. कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने सूबे में भी जातिगत जनगणना की मांग कर दी है. लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की संगठन से संबंधित बैठक में यह मुद्दा उठा.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक झारखंड कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी चाहते हैं कि झारखंड में भी जातिगत जनगणना हो और वंचित लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके. उन्होंने ओबीसी के लिए 27 फीसदी आरक्षण लागू करने और सरना को अलग धर्म के रूप में मान्यता देने के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा. मीर ने कहा कि इनसे संबंधित विधेयक सूबे की विधानसभा से पारित होने के बाद मंजूरी के लिए केंद्र को भेजे गए थे.
उन्होंने मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि ऐसे महत्वपूर्ण प्रस्ताव पर केंद्र अभी भी हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है. गुलाम अहमद मीर ने कहा कि यह आदिवासियों के साथ धोखा है. लोगों तक यह संदेश पहुंचाए जाने की जरूरत है. इससे पहले, मीर ने झारखंड कांग्रेस के नेताओं के साथ एक के बाद एक कई बैठकें कीं और संगठन से जुड़े विभिन्न पहलुओं के साथ ही लोकसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा की.
ये भी पढ़ें- INDIA गठबंधन में सीट शेयरिंग पर सस्पेंस, यूपी में 40 और बिहार में 10 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है कांग्रेस
मीर ने झारखंड के कांग्रेस विधायकों, पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी के साथ ही लोकसभा सीटों के प्रभारियों के साथ भी बैठक कर चुनाव के लिए रणनीति पर चर्चा की. पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक में इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग पर कोई भी फैसला लेने के लिए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अधिकृत करने का प्रस्ताव भी पारित किया गया.
ये भी पढ़ें- जरूरी या मजबूरी... नीतीश कुमार को 'INDIA' का संयोजक बनाने की क्यों हो रही बात?
कांग्रेस की ओर से बयान जारी कर ये भी कहा गया है कि बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जिसे भी उम्मीदवार बनाया जाएगा, पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उसका पूरा सहयोग करेंगे और जीत सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे. इन बैठकों में झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर के साथ ही सूबे की सरकार में मंत्री आलमगीर आलम, रामेश्वर ओरांव, बन्ना गुप्ता और बादल पत्रलेख भी मौजूद रहे.