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अरुण भारती के लिए चिराग पासवान ने जमुई में संभाला मोर्चा, बोले- जीजा को मिलेगी मुझसे भी बड़ी जीत

चिराग ने कहा कि य​ह प्रधानमंत्री चुनने का चुनाव है, 2019 के मुकाबले एनडीए बिहार में अब ज्यादा मजबूत है. अब जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा जैसे मजबूत साथी हमारे साथ हैं. अब 39 नहीं सभी 40 सीटें जीतेंगे और पीएम मोदी के मिशन 400 का लक्ष्य पूरा होगा.

जीजा अरुण भारती के लिए चिराग पासवान ने जमुई में संभाला मोर्चा. (Photo: X/@LJPR) जीजा अरुण भारती के लिए चिराग पासवान ने जमुई में संभाला मोर्चा. (Photo: X/@LJPR)
शशि भूषण कुमार
  • जमुई,
  • 03 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 2:34 PM IST

बिहार में चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा है. सीट बंटवारे में हाजीपुर, जमुई, समस्तीपुर, खगड़िया और वैशाली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र चिराग की पार्टी के खाते में गए हैं. बता दें कि 2019 में भी लोजपा ने इन सभी सीटों पर चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी. चिराग पासवान जो वर्तमान में जमुई के सांसद हैं, इस बार अपने पिता की पारंपरिक सीट हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने जमुई से अपने जीजा अरुण भारती को उम्मीदवार बनाया है.

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बिहार में जीजा–साला की जोड़ी चुनाव प्रचार में जुट गई है. आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर चिराग और अरुण ने आजतक से खास बातचीत की. अरुण भारती ने कहा कि चिराग ने जमुई में जो काम किया है, उसका आशीर्वाद मुझे मिल रहा. चिराग का अधूरा काम मैं पूरा करूंगा. उन्होंने कहा कि स्थानीय मुद्दों पर चिराग पासवान का किया गया काम भारी है. वहीं चिराग पासवान ने कहा कि जमुई छोड़ने का फैसला उनके लिए कतई आसान नहीं था.

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चाचा घर वापसी करेंगे या नहीं यह फैसला उनका है: चिराग

चिराग ने कहा, 'जमुई मेरी कर्मभूमि और हाजीपुर मेरे पिता की कर्मभूमि है. इस बार जमुई में मुझसे बड़ी जीत अरुण भारती को मिलेगी. अरुण भारती केवल परिवार के सदस्य के नाते नहीं बल्कि पार्टी के नेता के तौर पर विपरीत परिस्थितियों में भी मेरे साथ रहे. उनकी सारी खूबियों को परिवार के दायरे में लाकर सीमित कर दिया जाता है.' चाचा पशुपति पारस पर चिराग पासवान ने कहा, 'मुझे पता नहीं उनकी घर वापसी है या नहीं. वह पार्टी में वापस आएंगे या नहीं यह फैसला भी उन्हीं को करना है. आगे जो परिस्थितियां होंगी पार्टी वैसा फैसला लेगी.'

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चिराग ने कहा कि य​ह प्रधानमंत्री चुनने का चुनाव है, 2019 के मुकाबले एनडीए बिहार में अब ज्यादा मजबूत है. अब जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा जैसे मजबूत साथी हमारे साथ हैं. अब 39 नहीं सभी 40 सीटें जीतेंगे और पीएम मोदी के मिशन 400 का लक्ष्य पूरा होगा. LJPR के उम्मीदवारों के चयन पर चिराग ने कहा, जब टिकट नहीं मिलता तो हर दल में नाराजगी होती है. चुनाव में ऐसा होता है, लेकिन हम जीतने वाले उम्मीदवारों के साथ जाते हैं. पांच सीटों पर सबको चुनाव नहीं लड़ाया जा सकता. मैं कड़े फैसले लेता हूं, क्योंकि जीत जरूरी है.

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मेरा अपना 'MY- महिला और युवा' का समीकरण है: चिराग

उन्होंने कहा कि मेरा अपना 'MY' समीकरण है, 'महिला और युवा' का समीकरण. अगर 4 जून को रिजल्ट नहीं दे पाया तो मुझसे सवाल पूछा जाता, मैं किसी को भी उम्मीदवार बना देता तो भी ये सवाल उठता ही. चिराग ने कहा, 'नीतीश कुमार का अपना जनाधार है, उनसे मेरी बातचीत भी हुई. हम बड़े लक्ष्य के लिए एकजुट हुए, आपस में उलझ जाएं तो ठीक नहीं. राष्ट्रहित में पीएम मोदी का तीसरी बार आना जरूरी है, इसलिए गठबंधन भी मजबूत होना जरूरी है.दुनिया में सबसे लोकप्रिय हमारे पीएम मोदी हैं.'

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चिराग ने कहा कि 2019 में पीएम मोदी ने जमुई से चुनाव प्रचार की शुरुआत की थी. यह मेरे लिए शुभ था और वह फिर से यहीं से चुनाव प्रचार शुरू करने जा रहे हैं. चिराग पासवान ने कहा कि अरुण भारती पीएम मोदी के साथ मंच साझा करने को लेकर नर्वस हैं. अरुण भारती ने चिराग को अपना पॉलिटिकल मेंटर बताया. उन्होंने कहा कि हमारे रिश्ते में जीजा–साला और भाई वाला अपनापन है. चिराग ने कहा, 'हम बिहारी जीजा–साला हैं.'
 

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