
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) ने गुरुवार को लोकसभा चुनाव के लिए 57 उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट का ऐलान किया. इस लिस्ट में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी का नाम भी शामिल है. पार्टी ने पुडुचेरी के लिए वे वैथिलिंगम (Ve Vaithilingam) को पार्टी उम्मीदवार बनाया है. इससे पहले 2023 में उनको पुडुचेरी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था.
कैसा रहा है वैथिलिंगम का सियासी सफर?
वैथिलिंगम दो बार पुडुचेरी के मुख्यमंत्री, आठ बार विधानसभा सदस्य, विधानसभा अध्यक्ष और मौजूदा वक्त में पुडुचेरी से लोकसभा सांसद हैं. वैथलिंगम ने कई मौकों पर मंत्री पद भी संभाला था. वह मई 2006 में गठित रंगासामी नेतृत्व वाले मंत्रालय में उद्योग मंत्री थे. रंगासामी के नेतृत्व वाली पिछली सरकार (2001-2006) में भी वह पीडब्ल्यूडी मंत्री थे.
वैथिलिंगम की पारिवारिक विरासत ने उन्हें पुडुचेरी में एक सम्मान दिलाया है क्योंकि उनके पिता वी वेंकटसुब्बा रेडियार भी पूर्व मुख्यमंत्री थे और उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश को फ्रांसीसियों से मुक्ति दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी. कांग्रेस पार्टी वैथीलिंगम के बड़े राजनीतिक अनुभव, नॉलेज और जाति समीकरण को संतुलित करने की उनकी क्षमता पर दांव लगा रही है.
अन्य राज्यों में क्या समीकरण?
इसके अलावा अगर पश्चिम बंगाल की बात करें तो यहां से कांग्रेस ने आठ सीटों के लिए नाम जारी किए हैं और इसमें पूर्व राज्यसभा सांसद और पूर्व राज्य प्रमुख प्रदीप भट्टाचार्य भी शामिल हैं. इसके अलावा राजस्थान की सीकर सीट को कांग्रेस ने CPI(M) के लिए छोड़ा है. वहीं, तेलंगाना से पांच और उम्मीदवारों को चुना गया है, जिनमें उपमुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्क के भाई डॉ. मल्लू रवि भी शामिल हैं.