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मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और विदिशा से बीजेपी उम्मीदवार शिवराज सिंह चौहान ने आजतक से बात करते हुए विभिन्न चुनावी मु्द्दों पर बात की. उन्होंने बताया कि विदिशा से उन्हें अथाह प्रेम मिल रहा है. शिवराज ने कहा कि मेरा बचपन से लेकर सियासी जीवन तक विदिशा में गुजरा है. यहीं की जनता की सेवा करते-करते पूरा संसदीय क्षेत्र परिवार बन गया. यहां मैं नेता नहीं बल्कि भाई हू, बेटा हूं या मामा हूं.
कांग्रेस के मेनिफेस्टो को लेकर शिवराज सिंह ने कहा, 'भाजपा बांटने की राजनीति का विरोध करती है और हम वोट बैंक वाली सियासत के विरोधी हैं. कोई वोट बैंक की राजनीति अगर करता है तो हम उसका विरोध करते हैं.'
भारत अपने जीवन मूल्यों से चलेगा
सैम पित्रोदा के संपत्ति कानून वाले बयान को लेकर शिवराज ने कहा 'भारत अमेरिका नहीं है. अब सैम पित्रोदा और कांग्रेस भारत को अमेरिका बनाना चाहते हैं? जिन्होंने अपने परिश्रम से थोड़ा बहुत संपत्ति अर्जित की है उसका बंटवारा चाहते हैं? कांग्रेस इस तरह का खतरनाक खेल ना खेले... भारत चलेगा अपने विचारों से, अपने जीवन मूल्यों से, अपनी परंपराओं से और अपनी संस्कृति से, भारत अमेरिका नहीं हो सकता है.'
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उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी हार के डर से अमेठी और रायबरेली से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं और डर से भाग रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस भाजपा का विरोध करते-करते राम का भी विरोध करने लगी है जो प्राण प्रतिष्ठा में भी नहीं जाते हैं. शिवराज ने कहा कि कांग्रेस अब बचने वाली नहीं है और बीजेपी 370 के पार जाएगी जबकि एनडीए चार सौर के पार जाएगा.ये हम नहीं बल्कि देश कह रहा है.
दिग्विजय सिंह बुरी तरह होंगे पराजित
दिग्विजय सिंह पर पर निशाना साधते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'वो जहां चले जाते हैं वहां कांग्रेस की हार सुनिश्चित हो जाती है. उनको आज भी लोग मिस्टर बंटाधार के नाम से जानते हैं. उन्होंने मध्य प्रदेश का जो कबाड़ा किया था लोग उसे आज भी नहीं भूले हैं. दिग्विजय राजगढ़ में बुरी तरह पराजित होने वाले हैं. इसलिए वो ईवीएम का रोना रो रहे हैं.'
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