
इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले सभी पार्टियां अपने वोटर्स को लुभाने और जुटाने में लगी हैं. इसी क्रम में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने आज पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में भव्य रैली की. इसे लेफ्ट का मेगा शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है. इस सभा का आयोजन डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया की 2 महीने लंबी इंसाफ रैली के समापन के बाद किया गया. इंसाफ रैली नवंबर में कूचबिहार से शुरू हुई थी और दिसंबर के आखिरी सप्ताह में जादवपुर में समाप्त हुई थी. इस रैली को 'इंसाफ ब्रिगेड' नाम दिया गया है.
CPIM ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से कहा कि डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया की युवा ब्रिगेड ने सभी के लिए नौकरियों की मांग करने और प्रवासी मजदूरों, नौकरी से वंचित आंदोलनकारी शिक्षकों, गरीब ग्रामीणों, मनरेगा और पीएम आवास योजना से वंचित लोगों के लिए न्याय की मांग करने के लिए इंसाफ ब्रिगेड का आह्वान किया. यह रैली पश्चिम बंगाल के सभी उत्पीड़ित, दमित हाशिए पर रहने वाले लोगों के लिए इंसाफ की मांग करने के लिए है.
DYFI की राज्य सचिव मिनाक्षी मुखर्जी ने कहा कि कई लोगों ने यह सोचकर भाजपा और टीएमसी को वोट दिया था कि अच्छे दिन आएंगे. लेकिन राज्य और केंद्र में पार्टियों के सत्ता में आने के बाद हालात बदतर हो गए. बता दें कि मिनाक्षी 2021 के विधानसभा चुनावों में अपनी उम्मीदवारी के बाद से वाम मोर्चे का एक प्रमुख चेहरा बन गई हैं. उन्होंने ममता बनर्जी और सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ नंदीग्राम से चुनाव लड़ा था.
वहीं, CPIM के राज्य महासचिव मोहम्मद सलीम ने ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी को राज्य में भ्रष्टाचार के कारण होने वाली गतिविधियों के लिए जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और ममता बनर्जी के बीच समझौता हो गया है. उन्होंने टीएमसी कार्यकर्ताओं को एक संदेश भी दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी केवल अपने परिवार और अभिषेक को बचाने के लिए काम कर रही हैं और जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के लिए कुछ नहीं करेंगी.
एमडी सलीम ने कहा कि सभी आईएएस, आईपीएस, डब्ल्यूबीबीसी, यहां तक कि टीएमसी के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को मेरा संदेश है कि ममता केवल अपने भतीजे और अपने परिवार को बचा रही हैं. उन्होंने पार्थ चटर्जी का फोन भी नहीं उठाया. चटर्जी ने कहा था कि उन्होंने ममता को फोन किया था लेकिन ममता ने रिसीव नहीं किया. सलीम ने सवाल पूछते हुए कहा कि क्या वह आम लोगों की मदद करेंगी और आपको बचाएंगी? उन्होंने कहा कि पहले नारा लगाया गया था कि लाल हटाओ देश बचाओ... अब देखो जब आपने लाल को हटा दिया तो क्या हुआ.