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चुनाव आयोग (ECI) ने पश्चिम बंगाल के 42 लोकसभा क्षेत्रों में से छह को 'आर्थिक रूप से संवेदनशील' घोषित किया है. आयोग ने राज्य और केंद्र की जांच एजेंसियों को उन पर लगातार निगरानी रखने का निर्देश दिए हैं. न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, ये छह निर्वाचन क्षेत्र दार्जिलिंग, मालदा उत्तर, मालदा दक्षिण, आसनसोल, बनगांव और कोलकाता उत्तर हैं.
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पिछले चुनावों के दौरान इन निर्वाचन क्षेत्रों से भारी मात्रा में रुपये जब्त किए गए थे. यहां से बड़ी मात्रा में शराब भी जब्त की गई थी. इसके बाद इन निर्वाचन क्षेत्रों को वित्तीय रूप से संवेदनशील घोषित किया गया है. निर्वाचन आयोग ने कूच बिहार, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी के लिए व्यय पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए, जहां 19 अप्रैल को पहले चरण में चुनाव होने हैं.
चुनाव आयोग ने शनिवार को लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व की तारीखों का ऐलान कर दिया. देश में 7 चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे. पश्चिम बंगाल समेत पूरे देश में लोकसभा चुनाव का शंखनाद हो गया. राज्य में सात चरणों में वोटिंग होगी.
बीजेपी को मिले थे 40.3 फीसदी वोट शेयर
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 40.3 फीसदी वोट शेयर के साथ 42 में से 18 संसदीय सीटों पर जीत हासिल की थी. टीएमसी को 43.7 फीसदी वोट शेयर के साथ 22 सीटें मिली थी. कांग्रेस 5.7 फीसदी वोट शेयर के साथ दो सीटों पर विजयी रही थी. रोमांचक मुकाबले में राज्य में 11 अप्रैल से 19 मई के बीच सात चरणों में हुए चुनावों में बीजेपी 40.6 प्रतिशत वोट शेयर के साथ उभरी थी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टीएमसी के हिस्से में 43.7 प्रतिशत वोट शेयर आए थे.