
आम चुनाव 2024 में अब कुछ ही वक्त बचा है. चुनाव आयोग के साथ-साथ राजनीतिक पार्टियों ने भी लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है. अब जानकारी आ रही है कि निर्वाचन आयोग की टीम चुनावों की तैयारियों का जायजा लेने पटना पहुंची है.
जानकारी के अनुसार, सोमवार को इलेक्शन कमीशन की एक टीम 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने बिहार की राजधानी पटना पहुंची है, जहां आयोग दो दिन वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कई दौर की बातचीत करेगा. साथ ही आयोग राज्य में स्वतंत्र, निष्पक्ष और निर्भय मतदान के लिए जरूरी संसाधनों के इंतजाम पर चर्चा करेगा.
बिहार के बाद पश्चिम बंगाल और झारखंड का है नंबर
आयोग के सूत्रों के मुताबिक मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार और अरुण गोयल लगातार एक के बाद एक राज्यों के दौरे कर रहे हैं. इस सिलसिले में बिहार के बाद वह पश्चिम बंगाल, झारखंड भी जाएंगे.
इन राज्यों का दौर कर चुकी है टीम
बता दें कि आयोग ने राज्यों चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने वाले अपने इस दौरे की शुरुआत जनवरी से की थी, आयोग ने पहले चरण में तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश का दौरा किया था. दूसरे चरण में टीम ने ओडिशा का दौरा किया था और अब फरवरी में टीम एक के बाद एक राज्य का दौरा कर रही है. वहीं. मार्च के दूसरे हफ्ते के बीच में आयोग की टीम मध्य प्रदेश, तेलंगाना और जम्मू कश्मीर का भी दौरा करेगी.
जानकारी के मुताबिक, अनूप चंद्र पांडेय के 14 फरवरी को रिटायर होने के बाद से मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और अरुण गोयल ही राज्यों का दौर कर रहे हैं, क्योंकि सरकार ने अभी अनूप पांडेय की जगह किसी की नियुक्ति नहीं की है. हालांकि, उनके साथ आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम मौजूद है, जिसमें कई निर्वाचन उपायुक्त और सचिव स्तर के अधिकारी शामिल हैं.
कब होगा चुनावी कार्यक्रम को ऐलान
बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग की टीम के सभी राज्यों के दौरे के बाद मार्च के दूसरे या तीसरे हफ्ते में लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम का ऐलान होने की उम्मीद है.
आपको बता दें कि मौजूदा 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून, 2024 तक है, जबकि आंध्र प्रदेश की विधानसभा का कार्यकाल 11 जून, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की विधानसभा का कार्यकाल 2 जून तक है, जबकि ओडिशा की विधानसभा का कार्यकाल 24 जून तक है. इसके बाद हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा के चुनाव होने हैं.