
नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) के नेता उमर अब्दुल्ला ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर हमला बोलते हुए देश के सांप्रदायिक सौहार्द को 'खत्म' करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व वाली डीपीएपी, बीजेपी को जम्मू-कश्मीर में सेक्युलर वोटों को बांटने में मदद कर रही है. अब्दुल्ला ने INDIA ब्लॉक के उम्मीदवार चौधरी लाल सिंह के लिए प्रचार करने के लिए जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में एक रोड शो में भाग लिया.
उधमपुर-कठुआ संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस के लाल सिंह का मुकाबला केंद्रीय मंत्री और बीजेपी उम्मीदवार जितेंद्र सिंह से है, जहां 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण में वोटिंग होनी है. बनिहाल में रोड शो के दौरान जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विकार रसूल वानी भी उमर अब्दुल्ला के साथ थे.
'दो तरह की विचारधाराएं हैं...'
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि दो तरह की विचारधाराएं हैं- एक जो नफरत फैलाने, सांप्रदायिक सद्भाव को नष्ट करने, मस्जिदों को गिराने और खून-खराबा शुरू करने के लिए यात्राएं निकाल रही हैं और दूसरी जिसका मकसद देश को एकजुट करना, भाईचारे को फिर से जिंदा करना और शांति सुनिश्चित करना है.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आपके वोट का असर अगले पांच सालों तक रहेगा और इसलिए आपको तय करना होगा कि इस बार किसे वोट देना है क्योंकि बाद में खुद को सही करने का कोई मौका नहीं है. उन्होंने डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद पर चिनाब घाटी क्षेत्र में सेक्युलर वोटों को बांटने करने के लिए बीजेपी के इशारे पर निर्वाचन क्षेत्र से एक उम्मीदवार खड़ा करने का आरोप लगाया. उन्होंने आजाद के 'बीजेपी के हाथों में खेलने' पर चिंता जताई और कहा कि उनके पिता, फारूक अब्दुल्ला, डीपीएपी अध्यक्ष के बहुत करीबी थे.
अब्दुल्ला ने कहा, यह नेशनल कॉन्फ्रेंस ही थी, जिसने कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता आजाद को दो बार राज्यसभा भेजने में मदद की थी.
अब्दुल्ला ने कहा कि कांग्रेस ने आजाद को सब कुछ दिया लेकिन उन्होंने अपना राजनीतिक करियर बर्बाद कर लिया और खुद को एक संसदीय क्षेत्र के नेता तक सीमित कर लिया. जितने वक्त तक वह कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य रहे, वह मेरी उम्र से ज्यादा है. जब उन्होंने कांग्रेस छोड़ी, तो उन्होंने एक राष्ट्रीय पार्टी बनाने का ऐलान किया लेकिन उन्होंने लोकसभा चुनाव में कितने उम्मीदवार उतारे?
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'BJP ने 10 सालों में क्या काम किया...?'
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हाथ के निशान (कांग्रेस का चुनाव चिन्ह) को वोट देना याद रखें क्योंकि अन्य चिह्नों के लिए वोट करने से कमल (बीजेपी) को वोट मिलेगा, जिसने जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटकर खत्म कर दिया. हमारी पहचान, सम्मान और संवैधानिक हक छीन लिए. ईद-उल-फितर पर छुट्टी का ऐलान नहीं करने के लिए प्रशासन की आलोचना की.
उन्होंने आगे कहा कि 2018 में जम्मू-कश्मीर में विधानसभा भंग कर दी गई थी और तब से हम लोकतंत्र को बहाल करने के लिए चुनाव की मांग कर रहे हैं. यह बीजेपी थी, जिसने जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा छीन लिया था.
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि बीजेपी ने पिछले 10 सालों में जम्मू-कश्मीर में क्या किया है और कौन सी नई परियोजनाएं शुरू की हैं? (जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय) राजमार्ग के चार लेन को मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दौरान मंजूरी दी गई थी, जबकि रेलवे पर काम चल रहा था. कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने के लिए लाइन भी कांग्रेस सरकार द्वारा शुरू की गई थी. उन्होंने कहा कि कोई नया स्कूल या कॉलेज नहीं खोला गया, अपग्रेड नहीं किया गया, जबकि जम्मू-कश्मीर का बहुचर्चित औद्योगीकरण पिछले 10 वर्षों में नहीं हुआ है.