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हरियाणा: खट्टर का CM पद से इस्तीफा, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले JJP से टूटा गठबंधन

हरियाणा के नए मुख्यमंत्री को लेकर अभी कशमकश जारी है. अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर अभी कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया है. लेकिन बीजेपी नेता कंवरपाल गुर्जर के मुताबिक खट्टर ही आज शाम को दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.

Manohar Lal Khattar Manohar Lal Khattar
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 12 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 1:42 PM IST

हरियाणा की सियासत में मंगलवार का दिन उथल-पुथल भरा रहा है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने मंगलवार को पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंपा, जिसे स्वीकार कर लिया गया है. इसके साथ ही राज्य में बीजेपी और जननायक जनता पार्टी (JJP) गठबंधन टूट गया है. 

राज्य के नए मुख्यमंत्री को लेकर अभी कश्मकश जारी है. अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर अभी कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया है. लेकिन बीजेपी नेता कंवरपाल गुर्जर के मुताबिक खट्टर ही आज शाम को दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. इस बीच चंडीगढ़ में बीजेपी के विधायक दल की बैठक हो रही है, जिसमें कहा जा रहा है कि जेजेपी के विधायकों को बुलाया नहीं गया है.

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वहीं, इससे पहले सोमवार देर रात हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने एक से दो सीटें मांगी थी. सूत्रों के अनुसार बीजेपी अलाकमान ने उन्हें कहा कि जो गठबंधन का आगे विचार होगा, उससे अवगत कराया जाएगा.

चंडीगढ़ में मंगलवार को बीजेपी विधायकों के साथ निर्दलीयों विधायकों की जो बैठक बुलाई गई, उसमें गठबंधन में शामिल रही जेजेपी विधायकों को नहीं बुलाया गया.  ऐसे में जेजेपी ने अपने विधायकों की दिल्ली के फार्महाउस में बुलाया है.

निर्दलीयों का बीजेपी को समर्थन

हरियाणा में निर्दलीयों की संख्या छह है. हरियाणा के निर्दलीय विधायक गोपाल कांडा ने खट्टर के इस्तीफे से पहले कहा था कि हमने सीएम खट्टर से मुलाकात की है. हमारे हिसाब से गठबंधन टूट गया है. पहले भी JJP की कोई जरूरत नहीं थी. लोकसभा चुनाव में बीजेपी 10 में से 10 सीटें जीतेगी.

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इस दौरान एक और निर्दलीय विधायक रणधीर सिंह गोलान ने भी कहा कि हमें सीएम ने बुलाया था. उन्होंने नए तरीके से समर्थन मांगा है. हमारा समर्थन लेटर वह गवर्नर को सौंपा जाएगा.

हरियाणा विधानसभा का गणित

हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं. इन 90 सीटों में से 41 बीजेपी के पास हैं. वहीं 30 सीटें कांग्रेस, 10 सीटें इंडियन नेशनल लोकदल, एक हरियाणा लोकहित पार्टी और छह निर्दलीय हैं. हरियाणा में बहुमत के लिए 46 विधायक चाहिए. हरियाणा में बीते विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जेजेपी के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनाई थी. उस चुनाव में बीजेपी को 41 जबकि जेजेपी को 10 सीटें मिली थी.

हरियाणा में इसी साल विधानसभा चुनाव भी होने हैं. लोकसभा चुनाव के बाद अक्टूबर-नवंबर में यहां विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. 90 सीटों वाली विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 46 है. पिछले चुनाव में किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था. 41 सीटों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी. इसके बाद दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के समर्थन से सरकार बनी थी. इस सरकार में मनोहर लाल खट्टर सीएम और दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम बनाए गए थे. लगभग चार साल तक गठबंधन में सरकार चलाने के बाद अब दोनों पार्टियां अलग-अलग हो गई हैं.

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