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प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की पॉलिटिकल विंग सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) ने लोकसभा चुनाव के दौरान केरल में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) को अपने चुनावी समर्थन की घोषणा की है. इसके बाद से यहां सियासी घमासान छिड़ गया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित ने इसे लेकर कांग्रेस पर हमला बोला है.
आजतक से बात करते हुए अमित शाह ने कहा कि अगर कांग्रेस एसडीपीआई से समर्थन लेती है तो इसका मतलब है कि वह देश को तोड़ना चाह रही है. अमित शाह ने कहा, 'मैं इससे आश्चर्यचकित नहीं हूं. कांग्रेस पारंपरिक राजनीति और वोट बैंक की राजनीति कर रही है. अगर कांग्रेस SDPI का समर्थन ले रही है तो कांग्रेस देश को तोड़ने में लगी हुई है.'
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SDPI ने किया समर्थन का ऐलान
कांग्रेस को समर्थन देने पर केरल के एसडीपीआई अध्यक्ष अशरफ मौलवी ने कहा, 'हम जानते हैं कि केरल में केवल 2 धर्मनिरपेक्ष पार्टियां हैं. जब हम उनके राष्ट्रीय नेतृत्व को देखते हैं, तो पश्चिम बंगाल में सीपीआईएम और कांग्रेस एक साथ लड़ रहे हैं, राजस्थान में भी हालात ऐसे ही हैं. हम समझते हैं कि ऐसी स्थिति का मतलब है कि भाजपा विरोधी ताकतों का एक साथ आना. जो पार्टी मुख्य रूप से केंद्र में बीजेपी के खिलाफ लड़ रही है वो कांग्रेस है, इसलिए हमने केरल में UDF के नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी का समर्थन करने का फैसला किया है.
कांग्रेस की सफाई
केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस विधायक वीडी सतीसन ने कहा, 'मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि SDPI के साथ मेरी कोई चर्चा नहीं हुई है और न ही हम उनके साथ किसी समझौते पर पहुंचे हैं. विभिन्न संगठनों ने UDF, CONGRESS के प्रति अपना समर्थन दिखाया है. हर किसी के पास वोट है. कांग्रेस एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है. केवल कांग्रेस ही फासीवादी ताकतों को हरा सकती है. हमारा मुख्य लक्ष्य फासीवादी सरकार को हराना है. पिछले चुनाव में SDPI से समर्थन नहीं मिलने के बावजूद UDF, CONGRESS ने सभी 19 सीटें जीतीं थी.'
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