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लोकसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं. नतीजों के मुताबिक केंद्र में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने जा रही है. हालांकि बीजेपी को इस बार बहुमत नहीं मिला है. ऐसे में मोदी सरकार को अपने गठबंधन के साथियों पर निर्भर रहना होगा. इस बार नेताओं की बेटे-बेटियों ने भी चुनावी रण में कदम रखा था. इनके नतीजे भी अब सामने आ गए हैं. इनमें रोहिणी आचार्य, शांभवी चौधरी, करण भूषण, बांसुरी स्वराज के लिए ये पहला चुनाव था.
बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव ने अपनी दो बेटियों मीसा भारती और रोहिणी आचार्य को चुनाव लड़वाया. इनमें से एक ने चुनाव जीता तो एक बार गई. वहीं पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी को बीजेपी ने दिल्ली से चुनावी मैदान में उतारा था. वह चुनाव जीत गई हैं.
देखिए कहां से कौन हारा/जीता
उम्मीदवार | लोकसभा सीट | नतीजे |
---|---|---|
मीसा भारती (लालू यादव की बेटी) | पाटलिपुत्र | जीतीं |
रोहिणी आचार्य (लालू यादव की बेटी) | सारण | हारीं |
शांभवी चौधरी (JDU नेता अशोक चौधरी की बेटी) | समस्तीपुर | जीतीं |
करण भूषण सिंह (बृजभूषण के बेटे) | कैसरगंज | जीते |
नकुल नाथ (कमलनाथ के बेटे) | छिंदवाड़ा | हारे |
अनिल एंटनी (एके एंटनी के बेटे) | पथानामथिट्टा | हारे |
प्रज्वल रेवन्ना (पूर्व PM देवगौड़ा के पोते) | हासन | हारे |
बांसुरी स्वराज (सुषमा स्वराज की बेटी) | नई दिल्ली | जीतीं |
राधाकृष्ण डोड्डामणि (मल्लिकार्जुन खड़गे के दामाद) | कलबुर्गी | जीते |
सुप्रिया सुले (शरद पवार की बेटी) | बारामती | जीतीं |
अंशुल अविजित (जगजीवन राम के नाती) | पटना साहिब | हारे |
वैभव गहलोत (अशोक गहलोत के बेटे) | जालौर | हारे |
पाटलिपुत्र
पाटलिपुत्र सीट से मीसा भारती तीसरी बार राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की उम्मीदवार हैं और उनका मुकाबला बीजेपी के रामकृपाल यादव से था. उनको वह चाचा भी मानती हैं.
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सारण
सारण से उम्मीदवार रोहिणी आचार्य पहली बार चुनावी मैदान में थीं. यहां वह बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी से हार गईं.
समस्तीपुर
लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) ने यहां से JDU नेता अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी को उम्मीदवार बनाया था. शांभवी चौधरी का भी ये पहला चुनाव था. वह यहां से जीत गई हैं.
कैसरगंज
ये सीट बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह का गढ़ मानी जाती है. महिला पहलवानों से विवाद और यौन शोषण के आरोपों के बाद बीजेपी ने बृजभूषण की जगह इसबार उनके बड़े बेटे करण भूषण को कैसरगंज से उम्मीदवार बनाया. करण ने इस सीट को 1,48,843 वोटों से जीत लिया है. करण को 5,71,263 वोट मिले. वहीं सपा के भगत राम को 4,22,420 वोट मिले.
छिंदवाड़ा
कांग्रेस का और खासकर पूर्व सीएम कमलनाथ का गढ़ माने जाने वाले छिंदवाड़ा में कांग्रेस की हार हुई है. यहां से कांग्रेस ने इसबार कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को उतारा था. वह यह सीट बीजेपी से हार गए.
पथानामथिट्टा
कांग्रेस के दिग्गज नेता और रक्षा मंत्री रहे एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बीजेपी का दामन थाम लिया था. फिर बीजेपी ने उनको पथानामथिट्टा से उम्मीदवार बनाया. यहां से वह हार गए.
हासन
प्रज्वल रेवन्ना पूर्व PM देवगौड़ा के पोते और कर्नाटक के पूर्व सीएम कुमारस्वामी के भतीजे हैं. वह हासन से मौजूदा सांसद थे. 2024 चुनाव के दौरान उनपर सैक्स स्कैंडल में शामिल होने के आरोप लग गए. फिलहाल वह जेल में हैं. मौजूदा चुनाव में वह हार गए हैं. यहां कांग्रेस के SHREYAS. M. PATEL (6,72,988) जीते हैं. प्रज्वल रेवन्ना को 6,30,339 वोट मिले. वह 42,649 वोटों से हारे.
नई दिल्ली
मिनाक्षी लेखी का टिकट काटकर बीजेपी ने बांसुरी स्वराज को नई दिल्ली से उम्मीदवार बनाया था. वह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी हैं. सुषमा का साल 2019 में निधन हो गया था. बांसुरी स्वराज का ये पहला चुनाव है. उन्होंने यहां से जीत दर्ज की है.
कलबुर्गी
इस सीट को Gulbarga लोकसभा भी कहा जाता है. यहां से कांग्रेस ने अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के दामाद राधाकृष्ण डोड्डामणि को उम्मीदवार बनाया था. वह यहां से जीत गए हैं. राधाकृष्ण डोड्डामणि को 6,52,321 वोट मिले. वहीं दूसरे नंबर पर बीजेपी के उमेश जाधव (6,25,116) रहे. राधाकृष्ण ने उमेश को 27,205 वोटों से हराया.
बारामती
महाराष्ट्र की बारामती लोकसभा इसबार हॉट सीट बन गई थी. यहां से NCP प्रमुख शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले मैदान में थीं. उनके सामने थीं राज्य के डिप्टी सीएम अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार. अजित रिश्ते में सुप्रिया सुले के चचेरे भाई हैं. यानी यहां मुकाबला ननद (सुप्रिया) और भाभी (सुनेत्रा) के बीच था. सुप्रिया यहां से जीत गई हैं.
पटना साहिब
पूर्व उप प्रधानमंत्री जगजीवन राम के नाती अंशुल अविजित को कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया था. वह फिलहाल यहां से हर गए हैं. इस सीट से बीजेपी के सीनियर नेता रवि शंकर प्रसाद जीते हैं.
जालौर
सीएम गहलोत के बेटे वैभव गहलोत चुनाव हार गए हैं. वह जालौर सीट से उम्मीदवार थे. उनको बीजेपी के लुम्बाराम ने 2,01,543 वोटों से हराया. वैभव को 5,95,240 तो लुम्बाराम को 7,96,783 वोट मिले.