
Karnal Lok Sabha Election 2024 Schedule Live Updates: देश में लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा हो गई है. चुनाव आयोग ने इसका ऐलान कर दिया है. हरियाणा की 10 सीटों पर वोटिंग की तारीख भी सामने आ गई है. हरियाणा में एक ही चरण में वोटिंग होगी. यहां छठे चरण में 25 मई को मतदान होगा. इस बार आम चुनाव में करनाल हॉट सीट बन गई है. यहां से बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को उम्मीदवार घोषित किया है. इंडिया ब्लॉक ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं.
इस बार भी लोकसभा चुनाव सात चरणों में होंगे. वोटिंग 19 अप्रैल से शुरू हो रही है और 4 जून को नतीजे आएंगे. 2019 के आम चुनाव में भी कुल सात फेज में वोटिंग हुई थी.
हरियाणा में छठे चरण में 25 मई (शनिवार) वोटिंग होगी. 29 अप्रैल को नोटिफिकेशन जारी होगा. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 6 मई है. नामांकन वापस लेने की तारीख 9 मई है.
- पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा. इसमें 21 राज्यों की 102 सीटों पर वोटिंग होगी.
- दूसरे चरण में 26 अप्रैल को वोटिंग होगी. इसमें 13 राज्यों की 89 सीटों पर वोटिंग होगी.
- तीसरे चरण में 7 मई को वोटिंग होगी. 12 राज्यों की 94 सीटों पर वोटिंग होगी.
- चौथे चरण में 13 मई को वोटिंग होगी. 10 राज्यों की 96 सीटों पर वोटिंग होगी.
- पांचवें चरण में 20 मई को वोटिंग होगी. 8 राज्यों की 49 सीटों पर वोटिंग होगी.
- छठें चरण में 25 मई को वोटिंग होगी. 7 राज्यों की 57 सीटों पर वोटिंग होगी.
- सातवें चरण में 1 जून को वोटिंग होगी. 8 राज्यों की 57 सीटों पर वोटिंग होगी.
- नतीजे 4 जून को आएंगे.
हरियाणा में करनाल को बीजेपी की सबसे सुरक्षित सीट माना जाता है. मनोहर लाल खट्टर पहले करनाल से विधायक थे. बुधवार को उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दिया है. अब यहां की विधानसभा सीट से नए सीएम नायब सैनी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. जबकि करनाल लोकसभा सीट से खट्टर बीजेपी उम्मीदवार होंगे.
'हरियाणा जाट बहुल राज्य'
हरियाणा जाट बहुल राज्य है. यहां 29 फीसदी वोटर जाट समुदाय से ताल्लुक रखता है. चुनाव में उनका बड़ा रोल रहता है. इसके अलावा अनुसूचित जाति (एससी), और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) भी चुनावी नतीजे तय करने में बड़ी भूमिका निभाते हैं.
'करनाल में फिर बदला गया टिकट'
2014 के चुनाव में बीजेपी ने यहां अश्विनी चौपड़ा को उम्मीदवार बनाया था. उन्होंने जीत दर्ज की थी. उसके बाद 2019 में बीजेपी ने यहां से संजय भाटिया को टिकट दिया. उन्होंने भी जीत हासिल की. अब लगातार तीसरी बार इस सीट से टिकट बदला गया और पूर्व सीएम खट्टर को चुनावी मैदान में उतारने का फैसला लिया है. खट्टर पंजाबी खत्री समुदाय से ताल्लुक रखते हैं.
'करनाल में सबसे ज्यादा ब्राह्मण वोटर्स'
करनाल सीट को लेकर कहा जाता है कि यहां सबसे ज्यादा दबदबा ब्राह्मण समाज से जुड़े नेताओं का रहा है. अब तक सबसे ज्यादा ब्राह्मण समाज से ताल्लुक रखने वाले नेता इस सीट से सांसद रहे हैं. सबसे पहले पंडित चिरंजी लाल कई बार करनाल से सांसद रहे. उसके बाद पंडित आईडी स्वामी, अरविंद शर्मा भी करनाल से सांसद रहे हैं.
'क्या है जातिगत समीकरण'
जातिगत समीकरण की बात की जाए तो यहां सबसे ज्यादा वोट बैंक पंजाबी समाज से जुड़े लोगों का है. दूसरे नंबर पर ब्राह्मण समाज का वोटर्स है. उसके बाद जाट समुदाय और ओबीसी, एससी और अन्य समाज का वोट बैंक अहम माना जाता है.
बीजेपी का यहां संगठन मजबूत माना जाता है. चुनाव में पंजाबी समुदाय और ब्राह्मण समुदाय का वोटर्स हार-जीत तय करने में बड़ी भूमिका निभाता है. हालांकि, जीत का सेहरा किसके सर सजेगा, ये नतीजों के बाद साफ हो सकेगा.