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विवादित चेहरों से किनारा, खराब रिपोर्ट कार्ड वालों का भी कटा पत्ता... BJP की पहली लिस्ट से निकले सियासी संदेश

पिछले आम चुनावों में जीती गईं कुछ सीटों पर बीजेपी ने अपने उम्मीदवार बदल दिए हैं. इसका सबसे बड़ा उदाहरण दिल्ली की सीटें हैं. पार्टी ने पहली सूची में दिल्ली की जिन 5 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है, उनमें से केवल एक मौजूदा सांसद को उम्मीदवार के रूप में बरकरार रखा है.

भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए 195 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी है. (Photo: X/@BJP4India) भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए 195 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी है. (Photo: X/@BJP4India)
पॉलोमी साहा
  • नई दिल्ली,
  • 02 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 7:28 AM IST

भाजपा की 195 लोकसभा उम्मीदवारों की पहली सूची में कुछ संदेश छिपे हैं, जो इस बात का संकेत हो सकते हैं कि बाद की सूचियों में क्या होने वाला है. बीजेपी की इस लिस्ट में सबसे बड़ा एक संदेश केंद्रीय मंत्रियों के लिए है कि यदि उन्हें भविष्य में केंद्रीय मंत्रिपरिषद में अपनी जगह बनाए रखना है, तो उन सभी को जमीन पर उतरना होगा और जनादेश हासिल करना होगा. शायद इसीलिए बीजेपी ने अपनी पहली सूची में मोदी सरकार के 34 मंत्रियों को चुनावी मैदान में उतारा है. 

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कई केंद्रीय मंत्री जो वर्तमान में राज्यसभा सांसद हैं, उन्हें भी भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनाव में उतारने का फैसला किया है. इनमें गुजरात के पोरबंदर से निवर्तमान स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, राजस्थान के अलवर से पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव, मध्य प्रदेश के गुना से केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, राजकोट से केंद्रीय पशुपालन मंत्री परषोत्तम रूपाला, असम के डिब्रूगढ़ से केंद्रीय शिपिंग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, और तिरुवनंतपुरम से प्रौद्योगिकी एवं सूचना राज्य मंत्री  राजीव चन्द्रशेखर, सहित अन्य कई नाम शामिल हैं.

खराब रिपोर्ट कार्ड वालों के टिकट कटे

भगवा पार्टी ने अपनी पहली लिस्ट के जरिए उन मौजूदा सांसदों को कड़ा संदेश दिया है, जिनका प्रदर्शन उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहा है. हालांकि पहली सूची में भाजपा ने उन सीटों पर फोकस किया है, जो 2019 के चुनावों में वह हार गई थी. पिछले आम चुनावों में जीती गईं कुछ सीटों पर बीजेपी ने अपने उम्मीदवार बदल दिए हैं. इसका सबसे बड़ा उदाहरण दिल्ली की सीटें हैं. पार्टी ने पहली सूची में दिल्ली की जिन 5 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है, उनमें से केवल एक मौजूदा सांसद को उम्मीदवार के रूप में बरकरार रखा है. भोजपुरी सिंगर और एक्टर मनोज तिवारी एक बार फिर उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से चुनाव लड़ेंगे. 

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विवाद में रहने वाले सांसदों से किनारा

लेकिन चांदनी चौक से हर्षवर्धन, नई दिल्ली से मीनाक्षी लेखी को पार्टी ने टिकट नहीं दिया है. भगवा पार्टी ने एक और बड़े संदेश में दक्षिण दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी, पश्चिमी दिल्ली के सांसद परवेश साहिब सिंह वर्मा और भोपाल की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर सहित से किनारा कर लिया है. बिधूड़ी ने पिछले साल संसद में दानिश अली के खिलाफ अपनी नफरत भरी सांप्रदायिक टिप्पणियों से विवाद खड़ा कर दिया था, जबकि ठाकुर की महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का जश्न मनाने वाली टिप्पणी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पसंद नहीं आई थी. परवेश साहिब सिंह वर्मा भी अपने सांप्रदायिक बयानबाजी के लिए विवादों में रह चुके हैं. 2024 के चुनावों में, दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी दक्षिणी दिल्ली से चुनाव लड़ेंगे. बीजेपी ने बांसुरी स्वराज को सेंट्रल दिल्ली, कमलजीत सहरावत को पश्चिमी दिल्ली से टिकट दिया है. आलोक शर्मा भोपाल से भगवा पार्टी का चेहरा होंगे. 

लोकसभा चुनाव: बीजेपी की पहली लिस्ट यहां देखें

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जनाधार वाले नेताओं का किया सम्मान

भाजपा ने अपनी पहली सूची में तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों और दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटे-बेटी को टिकट देकर यह संदेश दिया है कि वह अपने मेहनती और जनाधार वाले नेताओं को भूलती नहीं है. पार्टी ऐसे नेताओं का सम्मान बरकरार रखती है. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बीजेपी ने विदिशा से चुनाव लड़ाने का फैसला किया है. इस बात की भी पूरी संभावना है कि केंद्र में सरकार बनने पर उन्हें कोई बड़ा पद दिया जाएगा. इसी तरह त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब और असम के पूर्व सीएम सर्बानंद सोनोवाल को पार्टी ने क्रमश: त्रिपुरा वेस्ट और डिब्रूगढ़ से टिकट दिया है. राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के बेटे दुष्यंत सिंह को झालावाड़ और दिल्ली की पूर्व सीएम सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को नई दिल्ली से भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है.

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समाज के हर वर्ग को मिला प्रतिनिधित्व

बीजेपी ने जिन 195 संसदीय सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की है, उनमें से 155 सीटों पर पार्टी ने 2019 के चुनावों में जीत हासिल की थी. भाजपा ने अपनी पहली सूची में 20 फीसदी से ज्यादा वर्तमान सांसदों के टिकट काट दिए हैं. उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करते हुए, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने कहा कि पार्टी की पहली सूची में 28 महिला, अनुसूचित जाति के 27, अनुसूचित जनजाति के 18 और अन्य पिछड़ा वर्ग के 57 उम्मीदवार शामिल हैं. साथ ही पार्टी ने 50 वर्ष से कम उम्र के 47 उम्मीदवारों को आगामी लोकसभा चुनावों के लिए टिकट दिया है.

जल्द हो सकता है आम चुनावों का ऐलान

उम्मीद है कि निर्वाचन आयोग इस महीने के अंत में लोकसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा करेगा. भाजपा ने 2019 के चुनावों में 303 सीटें जीती थीं, और इस बार पीएम मोदी ने 400 पार का लक्ष्य निर्धारित किया है. भाजपा इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए ​अकेले 370 सीटें जीतने पर फोकस कर रही है. उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने कहा, पार्टी को भरोसा है कि वह प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में तीसरे कार्यकाल के लिए बहुत बड़े जनादेश के साथ सरकार बनाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा विभिन्न राज्यों में अपना विस्तार करने और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को मजबूत करने पर काम कर रही है.

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