Advertisement

"केएल शर्मा ही स्मृति को हरा देंगे तो राहुल को मैदान में उतरने की क्या जरूरत...", पर्यवेक्षक बनकर अमेठी आए अशोक गहलोत का दावा

अशोक गहलोत ने दावा किया है कि जब अमेठी में किशोरी लाल शर्मा बीजेपी की स्मृति ईरानी को हरा सकते हैं तो फिर राहुल गांधी जैसे बड़े राष्ट्रीय नेता को मैदान में उतारने की क्या जरूरत है.

कांग्रेस के सीनियर लीडर अशोक गहलोत कांग्रेस के सीनियर लीडर अशोक गहलोत
aajtak.in
  • अमेठी ,
  • 13 मई 2024,
  • अपडेटेड 5:07 PM IST

अमेठी लोकसभा चुनाव को लेकर राजस्थान के पूर्व सीएम और कांग्रेस के सीनियर लीडर अशोक गहलोत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने दावा किया है कि जब किशोरी लाल शर्मा बीजेपी की स्मृति ईरानी को हरा सकते हैं तो फिर राहुल गांधी जैसे बड़े राष्ट्रीय नेता को मैदान में उतारने की क्या जरूरत है.

पर्यवेक्षक के रूप में अमेठी आए अशोक गहलोत ने यह भी विश्वास जताया कि कांग्रेस अमेठी और रायबरेली दोनों लोकसभा सीटों पर 'बड़े अंतर' से जीत हासिल करेगी. कांग्रेस के पक्ष में तगड़ा माहौल है. वहीं, 25 वर्षों में पहली बार गांधी परिवार के किसी भी सदस्य के अमेठी से चुनाव नहीं लड़ने पर गहलोत ने कहा कि किशोरी लाल शर्मा ही स्मृति ईरानी को हरा देंगे.

Advertisement

बता दें कि राहुल गांधी रायबरेली में भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं, वहीं गांधी परिवार के करीबी किशोरी लाल शर्मा अमेठी में बीजेपी की स्मृति ईरानी से मुकाबला कर रहे हैं. स्मृति ने पिछले चुनाव में राहुल को अमेठी से हरा दिया था. इस बार राहुल अमेठी की जगह रायबरेली से लड़ रहे हैं. 

ईरानी के बारे में पूछे जाने पर गहलोत ने कहा, “हम पहले ही जवाब दे चुके हैं कि जब किशोरी लाल शर्मा जी स्मृति ईरानी को मात लेने के लिए पर्याप्त हैं तो हम राहुल गांधी के बारे में क्यों बात कर रहे हैं.” 

केएल शर्मा को लेकर गहलोत का बड़ा बयान

गहलोत ने कहा- "यह कांग्रेस की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है और उन्हें (शर्मा को) बहुत सोच-विचार के बाद टिकट दिया गया है. जब हम जानते हैं कि शर्मा जी हमें यहां चुनाव जिता सकते हैं तब राहुल गांधी को मैदान में उतारने की कोई जरूरत नहीं थी."

Advertisement

किशोरी लाल के टिकट को लेकर उन्होंने कहा- "इससे पूरे देश में एक संदेश गया है. उन्हें मैदान में उतारने के फैसले का स्वागत किया जा रहा है. जब वह स्मृति ईरानी जी को हरा सकते हैं, तो राहुल गांधी एक बड़े राष्ट्रीय नेता हैं, और उन्हें मैदान में उतारने की कोई जरूरत नहीं है."

स्मृति ईरानी और केएल शर्मा

रायबरेली से बीजेपी उम्मीदवार दिनेश सिंह द्वारा किशोरी लाल शर्मा को "प्रियंका गांधी के क्लर्क" और "गांधी परिवार के चपरासी" कहने पर गहलोत ने कहा कि इस तरह के बयान अमेठी के लोगों को पसंद नहीं आए हैं और इस पर प्रतिक्रिया हो रही है. इन सभी टिप्पणियों से जीत का अंतर बढ़ेगा.

गहलोत ने दावा किया कि अमेठी से सांसद के रूप में अपने पांच साल के कार्यकाल के बाद स्मृति ईरानी न तो कोई निवेश ला सकीं और न ही ऐसी संस्थाएं ला सकीं, जिससे लोगों को फायदा हो. विकास से अमेठी वंचित रह गई. 

उन्होंने कहा- "हम अमेठी और रायबरेली में बड़े अंतर से जीतेंगे. पूरे देश में कांग्रेस और 'इंडिया' गुट जीत रहा है तो आप यहां जीत के पैमाने का अंदाजा लगा सकते हैं. हर कोई 4 जून का इंतजार कर रहा है."

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement