
लोकसभा चुनाव के पहले चारण में अब कुछ ही दिन का समय बचा है. ऐसे में सभी पार्टियों के स्टार प्रचारक और उम्मीदवार अपने प्रचार-प्रसार में जुटे हैं. ऐसे में बीजेपी अपने प्रचार में अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे को लेकर विपक्ष पर हमलावर है. इस पर अब लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती का बयान भी सामने आया है. दरअसल, मीसा भारती इस बार पाटलिपुत्र से आरजेडी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं. इसके चलते वह लोगों के बीच जाकर अपने लिए वोट मांग रही हैं.
इस कड़ी में शुक्रवार को पटना के बिक्रम क्षेत्र में अपने चुनाव प्रचार के दौरान मीसा भारती ने बीजेपी पर पलटवार किया. उन्होंने कहा, "मुझे राम मंदिर जाने की आवश्यकता नहीं. हमारे बिहार में हरिहरनाथ का मंदिर है. हम लोगों ने पूरे परिवार के साथ वहां जाकर नवरात्र में पूजा अर्चना की. वक्त मिलेगा तो देखा जाएगा, राम मंदिर भी जाऊंगी. राम मंदिर उद्घाटन में चारों मठाधीश (शंकराचार्य) को नहीं पूछा गया. वहां सारे पूंजीपतियों के परिवार को मंदिर में बुलाया गया था. सारे अभिनेता और नेता को बुलाया गया था, लेकिन चार मठाधीशों को नहीं पूछा गया. प्रधानमंत्री जी को 2024 का चुनाव और अपनी गद्दी को बचाना था.
मीसा भारती ने कहा कि मेरे पास सिर्फ बिक्रम ही नहीं, बल्कि पूरे पाटलिपुत्र निर्वाचन क्षेत्र के लिए एक स्पष्ट एजेंडा है. ट्रॉमा सेंटर, लाइब्रेरी, गांधी आश्रम की जरूरत है. हमारे पास मुद्दों की कोई कमी नहीं है. पीएम क्या कर रहे हैं? क्या वह मुद्दों पर बात कर रहे हैं? बिहार के बारे में क्या बोले? पीएम मोदी कब मीडिया को संबोधित करेंगे? ये पूछती हैं मीसा भारती.
मैं किसानों, एमएसपी, बेरोजगारी, मुद्रास्फीति के बारे में बात करती हूं. मुझे इस बारे में बात करने में कोई दिलचस्पी नहीं है कि कोई क्या खाता है. वह क्या संदेश देना चाहते हैं? लोग चीनी मिल की स्थापना का इंतजार कर रहे हैं. उनके पास केवल दो मुद्दे हैं- भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद.''
पवन सिंह पर आरजेडी उम्मीदवार ने कहा, "हमने अपने उम्मीदवार को टिकट दे दिया है. पवन सिंह को यह तय करना चाहिए कि वह कैसे चुनाव लड़ेंगे. पीएम मोदी के विपक्ष पर भगवान राम का विरोध करने के आरोप उन्होंने कहा कि अगर हम भगवान राम के विरोधी होते तो हमें (अभियान शुरू होने से पहले) पूजा करने के लिए बाबा हरिहरनाथ मंदिर नहीं जाना चाहिए था. यह बीजेपी का एजेंडा है."