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केरल में दूसरे फेज में लोकसभा चुनाव होने जा रहा है. शनिवार को चुनाव आयोग ने इसकी घोषणा कर दी. यहां 26 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. केरल में कुल मतदाताओं की संख्या 2, 71, 62290 है. इसमें 1, 4015,361 महिलाएं और 1,3146670 पुरुष मतदाता शामिल हैं.
केरल में दूसरे फेज में 26 अप्रैल को चुनाव है. यहां 20 सीटों पर एक साथ एक ही दिन वोटिंग होगी. केरल में 20 सीट में से 18 जेनरल हैं और दो आरक्षित सीट हैं. केरल में 28 मार्च को अधिसूचना जारी हो जाएगी. 4 अप्रैल को यहां नामांकन की आखिरी तारीख है. 26 अप्रैल को मतदान और 4 जून से वोटों की गिनती होगी
चुनाव संबंधी कार्यक्रम
अधिसूचना जारी करना: 28-03-2024
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि: 04-04-2024
नामांकन की जांच: 05-04-2024
उम्मीदवारी वापस लेने की अंतिम तिथि: 08-04-2024
मतदान की तिथि : 26-04-2024
वोटों की गिनती: 04-06-2024
6 जून से पहले चुनाव का सारा काम पूरा हो जाएगा.
केरल की 20 लोकसभा सीटें
1. कासरगोड
2.कन्नूर
3.वडाकरा
4.वायनाड
5.कोझिकोड
6.मलप्पुरम
7.पोन्नानी
8.पलक्कड़
9.अलाथुर
10.त्रिशूर
11.चलाकुडी
12.एर्नाकुलम
13.इडुक्की
14.कोट्टायम
15.अलपुझा
16.मवेलिक्कारा
17.पथानामथिट्टा
18.कोल्लम
19.अट्टिंगल
20.तिरुवअंतपुरम
2019 लोकसभा चुनाव में क्या थी स्थिति
केरल में कुल 20 लोकसभा सीट है. 2019 के लोकसभा चुनाव में यूपीए ने 19 सीटों पर जीत दर्ज की थी.कांग्रेस ने राहुल गांधी वायनाड से रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज की थी. कांग्रेस ने 2019 में 16 में से 15 सीटों पर कब्जा कर लिया था. वहीं सहयोगी दलों ने चार सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं एलडीएफ को सिर्फ एक सीट मिली थी.
एनडीए नहीं कर पाई थी कोई कमाल
केरल में 2019 में एनडीए कोई सीट हासिल नहीं कर पाई थी. बीजेपी 2019 में केरल से 15 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. वहीं एनडीए के घटक दलों में भारत धर्म जन सेना ने 4 सीटों पर और केरल कांग्रेस थॉमस एक सीट पर चुनाव लड़ी थी. एनडीए के किसी भी घटक दल को कोई सीट नहीं मिल पाई थी.
केरल की प्रमुख पार्टियां
केरल में कांग्रेस, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, केरल कांग्रेस(एम), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी को मिलाकर यूडीएफ (UDF) एक प्रमुख गठबंधन है, जो केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए (UPA) के साथ है. वहीं दूसरी तरफ प्रमुख प्रतिद्वंदी गठबंधन के रूप में वाम दलों की एलडीएफ है. इसमें भाकपा (मार्क्सवादी) और भाकपा शामिल है. वहीं तीसरे मोर्चे के रूप में एनडीए भी सक्रिय है. इसमें बीजेपी, बीडीजेएस और केसीटी शामिल है.
केरल में 2019 के लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा सीट हासिल करने वाली पार्टी कांग्रेस को उसके नेता राहुल गांधी के वायनाड में रिकॉर्ड जीत मिली थी. वहीं एलडीएफ के सीपीआई(एम) के नेता एम आरिफ जीतकर लोकसभा पहुंच थे. इनकी पार्टी को सिर्फ एक सीट से संतोष करना पड़ा था. वहीं यूडीएफ की दूसरी प्रमुख पार्टी आयूएमएल के नेता पीके कुन्हाली कु्ट्टी हैं. इनकी पार्टी ने दो सीटों से उम्मीदवार को उतारा था. दोनों पर जीत हासिल की.
INDIA ब्लॉक में शामिल CPI केरल में कांग्रेस को देगी टक्कर
केंद्र में एक तरफ वाम दल सीपीआई कांग्रेस के साथ इंडिया ब्लॉक में शामिल है. वहीं दूसरी तरफ केरल में उसने कांग्रेस के ही नेतृत्व वाली यूडीएफ के विरोध में बनी एलडीएफ के साथ है. क्योंकि सीपीआई ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है और इसमें वायनाड भी शामिल है. जहां से पिछली बार कांग्रेस रिकॉर्ड मतों से जीते थे. इस बार वायनाड से सीपीआई महासचिव डी राजा की पत्नी एनी राजा चुनाव लड़ने वाली हैं.