
लोकसभा चुनाव के लिए तीसरे चरण के नामांकन शुक्रवार से शुरू हो जाएंगे लेकिन बदायूं में अभी तक भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के अलावा किसी की स्थिति स्पष्ट नहीं है. शिवपाल यादव की ओर से लगातार अपनी दावेदारी को मना करते-करते अब उनकी तस्वीर धुंधली हो गई है. वहीं दूसरी तरफ बसपा अपना प्रत्याशी ही चयन नहीं कर पाई है.
क्या आदित्य यादव लड़ेंगे चुनाव?
बदायूं लोकसभा के लिए सबसे पहले 31 जनवरी को समाजवादी पार्टी ने अपने पुराने प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव को प्रत्याशी बनाया लेकिन 20 फरवरी को धर्मेंद्र यादव का टिकट काट कर शिवपाल यादव को दे दिया गया. शिवपाल को टिकट देने के बाद भी काफी दिन तक समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी की स्थिति स्पष्ट नहीं हुई. शिवपाल यादव ने बुधवार को कहा था कि बदायूं से उनकी जगह उनके बेटे आदित्य यादव चुनाव लड़ेंगे. हालांकि समाजवादी पार्टी की ओर से इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है.
शिवपाल करेंगे नामांकन?
शिवपाल यादव 20 फरवरी को टिकट घोषित होने के बाद भी दो सप्ताह तक बदायूं से दूरी बनाए रहे. वह 14 मार्च को बदायूं पहुंचे जिसके बाद वहां के लोगों ने यह मान लिया कि अब शिवपाल यादव ही प्रत्याशी होंगे. शिवपाल ने बदायूं आते ही मीडिया से लगातार यही कहा कि उनका मन चुनाव लड़ने का नहीं है.
जैसे-जैसे नामांकन की तारीख पास आने लगी शिवपाल यादव अपनी दावेदारी से पीछे हटने लगे जिसके चलते आज समाजवादी पार्टी के घोषित प्रत्याशी होने के बावजूद भी शिवपाल यादव नामांकन करेंगे यह स्पष्ट नहीं है.
मैदान से गायब बसपा
वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने अपनी मौजूदा सांसद संघमित्रा मौर्य का होली से एक दिन पहले अचानक टिकट काट दिया और ब्रज क्षेत्र के अध्यक्ष विजय सिंह शाक्य को प्रत्याशी बना दिया. विजय सिंह शाक्य बदायूं जिले के दातागंज क्षेत्र के रहने वाले हैं. इन सबके बीच बसपा अभी तक अपने प्रत्याशी का चयन ही नहीं कर पाई है बल्कि बसपा इस पूरे चुनाव में अभी तक कहीं पर प्रचार करते हुए भी नजर नहीं आई है.