
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत 26 अप्रैल को 13 राज्यों की 88 सीटों पर वोटिंग होनी है. इसे लेकर हाई-वोल्टेज प्रचार अभियान बुधवार शाम को थम गया. 26 अप्रैल को केरल की सभी 20 सीटों पर, कर्नाटक की 28 में से 14 सीटों पर, राजस्थान की 13 सीटों पर, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की 8-8 सीटों पर, मध्य प्रदेश की 7 सीटों पर, असम और बिहार की 5-5 सीटों पर, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल की 3-3 सीटों पर, जबकि मणिपुर, त्रिपुरा और जम्मू-कश्मीर में 1-1 सीट पर मतदान होगा. बता दें कि लोकसभा चुनाव के पहले फेज के तहत 19 अप्रैल को 21 राज्यों की 102 सीटों पर वोटिंग हुई थी. इसमें करीब 65.5 प्रतिशत मतदान हुआ था.
दूसरे फेज में जिन सीटों पर वोटिंग होनी है, वहां से कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. इसमें केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर (तिरुवनंतपुरम), भाजपा नेता तेजस्वी सूर्या (कर्नाटक), मथुरासे हेमा मालिनी, मेरठ से अरुण गोविल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी (वायनाड), तिरुवनंतपुरम से शशि थरूर, कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के भाई डीके सुरेश (कांग्रेस) और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी (जेडीएस) शामिल हैं.
देश की 16 फीसदी सीटों पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को वोटिंग होगी. दूसरे चरण की 88 सीटों में पिछली बार चुनाव में एनडीए ने 61 सीट जीती थी और यूपीए ने 24, जबकि अन्य को तीन सीट मिली थी. जनता दूसरे चरण में 2 कैबिनेट और 4 राज्यमंत्रियों की किस्मत का फैसला करेगी. इस चरण में 29 सीटें ऐसी हैं, जहां बीजेपी ने कभी जीत हासिल नहीं की है. इनमें सबसे ज्यादा केरल की 20 सीटें हैं. उत्तर प्रदेश की बात करें तो दूसरे चरण में आठ सीटों पर वोटिंग है, जिनमें से 7 सीट पिछली बार 2019 में बीजेपी के ही पास थी.
बता दें कि चुनाव आयोग ने पहले जो पहले शेड्यूल जारी किया था, उसके मुताबिक दूसरे चरण में कुल 89 सीटों पर मतदान होना था, लेकिन मध्य प्रदेश की बैतूल सीट पर बसपा कैंडिडेट के निधन के बाद यहां का चुनाव तीसरे फेज शिफ्ट कर दिया गया था. इसके चलते अब दूसरे चरण में कुल 88 सीटों पर मतदान होगा.
यूपी की 8 सीटों पर होगा दूसरे फेज में मतदान
दूसरे फेज में यूपी की जिन 8 लोकसभा सीटों पर 26 अप्रैल को वोटिंग होनी है, उनमें अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा शामिल हैं. दूसरे चरण के मतदान में 91 उम्मीदवारों का भविष्य तय होगा. इसमें मथुरा से तीसरी बार चुनाव लड़ रहीं हेमा मालिनी और मेरठ से चुनावी ताल ठोक रहे अरुण गोविल भी शामिल हैं. अमरोहा से कांग्रेस के दानिश अली, गाजियाबाद से भाजपा के अतुल गर्ग, गौतम बुद्ध नगर से महेश शर्मा भी चुनावी मैदान में हैं, और अपने क्षेत्रों का दौरा कर लोगों से लगातार समर्थन मांग रहे हैं.
यूपी में होगा त्रिकोणीय मुकाबला
यूपी में एनडीए, इंडिया ब्लॉक और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा. इसमें सभी राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेता चुनाव प्रचार में उतर रहे हैं. एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्तारूढ़ एनडीए के लिए प्रचार किया, तो वहीं समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, बसपा अध्यक्ष मायावती और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) प्रमुख जयंत सिंह ने अपनी पार्टी के कैंडिडेट के लिए चुनाव प्रचार किया.
दूसरे चरण में इन 5 सीटों पर रहेगी नजर, देखें वीडियो...
वोटर्स को रिझाने में लगे दिग्गज
पीटीआई के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को बड़ी मुस्लिम आबादी वाले निर्वाचन क्षेत्र अलीगढ़ में एक चुनावी रैली में कांग्रेस पर सत्ता में आने पर लोगों की संपत्ति को बांटने की योजना बनाने का आरोप लगाया. वहीं अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी खास समुदाय का नाम लेकर उसके बारे में गलत बातें बोलना दुनियाभर में फैले उस समुदाय का अपमान है. जबकि बुलंदशहर में एक चुनावी रैली में मायावती ने बीजेपी पर निशाना साधा. साथ ही कहा कि यूपी में बसपा सरकार ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा क्षेत्र का विकास किया था, लेकिन इसका श्रेय बीजेपी ले रही है.
यूपी की इन 8 सीटों पर पिछले चुनाव में क्या रहे थे नतीजे?
इस चरण में जिन आठ सीटों पर मतदान हो रहा है, उनमें से 2019 के चुनाव में बीजेपी ने 7 सीटें जीती थीं, जबकि बसपा को अमरोहा में जीत मिली थी. इसी सीट से अमरोहा के सांसद दानिश अली इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं. चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार स्वतंत्र, समावेशी और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए राजनीतिक दलों, उनके उम्मीदवारों द्वारा की जाने वाली सभी चुनाव प्रचार गतिविधियां मतदान अवधि समाप्त होने से 48 घंटे पहले शाम यानी 6 बजे बंद हो जाती हैं.