
तेजस्वी यादव ने पूर्णिया की जनसभा में अजीबोगरीब बयान दिया है. उनकी बात सुनकर पहले तो अजीब लगा. फिर माजरा समझ में आ गया. उन्होंने वोटरों से कहा कि पूर्णिया में या तो वह राजद उम्मीदवार बीमा भारती को जिता दीजिए या फिर एनडीए के उम्मीदवार को ही चुनिए. बात बस इतनी सी है. इससे यह तो साफ हो गया कि उन्होंने एक बार फिर से पप्पू यादव पर ही निशाना साधा. वह पहले भी पप्पू यादव को लेकर अपनी मंशा जाहिर कर चुके हैं.
तेजस्वी यादव ने मंच से कहा कि आपलोगों का आशीर्वाद बना रहे. एकजुट बने रहिए. एकजुट रहना है. किसी के धोखे में नहीं आना है. यह किसी एक व्यक्ति का चुनाव नहीं है. यहां दो धारा है. या तो एनडीए या तो इंडिया. यह एनडीए और इंडिया की लड़ाई. या तो इंडिया को चुनो यानी बीमा भारती को चुनो या फिर एनडीए को जिता दो .
बीमा भारती की जीत से ज्यादा पप्पू की हार में दिलचस्पी
पप्पू यादव के चुनाव में उतरने के बाद तेजस्वी यादव ने अपनी मंशा साफ कर दी है कि बीमा भारती के जीत या हार से ज्यादा दिलचस्पी अब पप्पू यादव की हार में देख रहे हैं. उन्होंने वोटरों से अपील की है कि किसी एक व्यक्ति का यह चुनाव नहीं है. यह बहुत बड़ा चुनाव है. पूरे देश का मामला है. इसलिए किसी एक के धोखे में नहीं आना है. यह लड़ाई इंडिया और एनडीए की है. इसलिए या तो इंडिया को चुनिए या फिर एनडीए को जिता दीजिए.
पप्पू यादव खुले तौर पर कई बार तेजस्वी को लिया है आड़े हाथ
पप्पू यादव ने भी पूर्णिया से चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद आरजेडी और तेजस्वी यादव पर कई बार उन्होंने निशाना साधा. वहीं लालू के प्रति इतने के बाद भी आस्था जताते रहे. उन्होंने यहां तक कहा कि मुख्यमंत्री लालू यादव के बेटे ही बनेंगे और मैं उनका साथ दूंगा. फिर भी मेरी राजनीतिक हत्या की साजिश रची गई. उनका कहना है कि लालू यादव की विरासत पर आगे चलकर मैं दावा न कर दूं. इसलिए मुझे बांधने की कोशिश की जा रही है.