
लोकसभा चुनाव के लिए बने INDIA ब्लॉक की यूपी और दिल्ली में तो सीट शेयरिंग को लेकर बात बन गई है. इसके अलावा बिहार, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में बातचीत भी चल रही है, लेकिन पश्चिम बंगाल में इस गठबंधन की राह सबसे कठिन दिखाई दे रही है. पहले ममता बनर्जी की ओर से कह दिया गया कि टीएमसी राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर अकेले चनाव लड़ेगी. उसके बाद कहा गया कि दोनों के बीच सीटों को लेकर बातचीत चल रही है, लेकिन अब फिर ऐसा बयान आया है, जिसने कांग्रेस की मुसीबतें बढ़ा दी हैं.
टीएमसी के सीनियर नेता और राज्यसभा सांसद डेरेक ओब्रायन ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी के स्टैंड में कोई बदलाव नहीं आया है. पश्चिम बंगाल की सभी 42 लोकसभा सीटों पर टीएमसी अकेले चुनाव लड़ेगी. इसके अलावा असम की कुछ और मेघालय की एक सीट पर भी तृणमूल कांग्रेस अपने प्रत्याशी उतारेगी.
बातचीत के बीच आया डेरेक का बयान
कहा जा रहा था कि कांग्रेस और टीएमसी ने अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनावों में बीजेपी को हराने के लिए अपनी बातचीत फिर से शुरू कर दी है. कांग्रेस और टीएमसी के बीच सीट शेयरिंग को अंतिम रूप देने की खबरों के बीच टीएमसी नेता का ये बयान आया है.
टीएमसी नेता ने क्या कहा?
राज्यसभा में टीएमसी नेता ओ'ब्रायन ने कहा, "कुछ हफ्ते पहले...पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि टीएमसी बंगाल की सभी 42 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. हम असम की कुछ सीटों और मेघायल की तुरा लोकसभा सीट पर भी मैदान में हैं. पार्टी का इस स्टैंड से कोई बदलाव नहीं है."
इससे पहले बताया गया था कि सीट बंटवारों को लेकर कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच बातचीत चल रही है और जल्दी ही इसको लेकर ऐलान हो सकता है. बताया गया था कि टीएमसी ने कांग्रेस से असम में दो और मेघालय की एक सीट मांगी थी, जिस पर बातचीत हो रही है. बंगाल में गठबंधन को लेकर एक ओर कांग्रेस आलाकमान ने नरमी बरती हुई है, वहीं टीएमसी की ओर से लगातार सख्त बयान आ रहे हैं.