
लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद राजनीतिक पार्टी ने अपनी- अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसी क्रम में महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन ने राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से 44 सीटों पर अपने अपनी दावेदारी फाइनल कर ली है. हालांकि, चार लोकसभा सीट को लेकर शिवसेना यूबीटी और कांग्रेस के बीच खींचतान चल रही है.
महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से सबसे ज्यादा शिवसेना यूबीटी के खाते में 19 सीटें हैं. शिवसेना यूटीबी जलगांव, परभणी, नासिक, पालघर, कल्याण, ठाणे, उत्तरी मुंबई, दक्षिण मुंबई, उत्तर पूर्व मुंबई, रायगढ़, मावल, रत्नागिरी सिंधुदुर्ग, बुलढाणा, हथकनागले, हिंगोली, शिरडी, औरंगाबाद यवतमाल वाशिम, धाराशिव समेत 19 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
कांग्रेस के खाते में 16 सीटें
कांग्रेस महाराष्ट्र की 16 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जिसमें नादुरबार, धुले, गढ़चिरौली, चंद्रपुर, नांदेड़, मुंबई उत्तर मध्य, सोलापुर, नागपुर, पुणे, लातूर, जालना, अकोला, अमरावती, भंडारा गोंदिया, कोल्हापुर, रामटेक शामिल है.
NCP-SP को मिली 9 सीटें
वहीं, एनसीपी एसपी प्रदेश की 9 सीटों पर चुनाव लड रही है. जिसमें बारामती, शिरूर, सतारा, अहमदनगर, रावेर, डिंडोरी, बीड, वर्धा और माढा शामिल है.
जानकारी के अनुसार, एनसीपी विदर्भ में एक चाहती थी और शिवसेना यूटीबी उत्तर महाराष्ट्र की जलगांव सीट की मांग कर रही थी. ये दोनों सीटें एनसीपी एसपी और शिवसेना को दे दी है.
इन चार सीट पर चल रही है खींचतान
बता दें कि 44 सीटें फाइनल होने के बाद बची हुई सांगली, भिवंडी, मुंबई उत्तर पश्चिम और मुंबई दक्षिण मध्य चार लोकसभा सीटों पर कांग्रेस और शिवसेना यूबीटी के बीच खींचतान चल रही है.
महायुति में भी फंसा पेच
वहीं, महाराष्ट्र में एनडीए के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन में सीटों के बंटवारे पर सहमति बनती नहीं नजर आ रही है. सूत्रों ने आज तक को बताया कि बीजेपी आगामी लोकसभा चुनावों के लिए चार सीटों पर मौजूदा उम्मीदवारों को बदलने के लिए शिवसेना के शिंदे गुट पर दबाव डाल रही है.