
लोकसभा चुनाव के नतीजे साफ हो गए हैं. NDA को बहुमत मिला है तो वहीं INDIA गठबंधन भी बेहतर स्थिति में आया है. ऐसे में पश्चिम बंगाल में भी बड़ा खेला देखने को मिला. जहां एक ओर भाजपा को उम्मीद थी कि वो ममता बनर्जी के गढ़ में सेंधमारी कर लेगी. एग्जिट पोल भी भाजपा के पक्ष में दिख रहे थे. हालांकि नतीजों ने इन सभी दावों की पोल खोल दी है और ममता के गढ़ में भाजपा की स्थिति सुधरने की जगह और ज्यादा खराब होती दिख रही है.
जहां एक ओर 2019 में भाजपा को 18 सीटें मिली थीं तो वहीं इस बार भाजपा 12 सीट पर ही सिमट गई और जो तृणमूल कांग्रेस 2019 में 22 सीटों पर काबिज थी वो अब बढ़कर 29 सीटों पर पहुंच गई है. इसके अलावा 1 सीट कांग्रेस के खाते में गई.
एग्जिट पोल से विपरीत रहे नतीजे
वहीं 2024 को लेकर एग्जिट पोल में भी भाजपा को आंकड़े मिलते दिख रहे थे. वो अब नतीजों में तब्दील होते नहीं दिख रहे हैं. एग्जिट पोल के मुताबिक पश्चिम बंगाल की 42 सीटों पर NDA को 46% वोट शेयर मिलता दिख रहा था. वहीं TMC को 40 फीसदी वोट मिलने की संभावना थी. सीटों के लिहाज से BJP को बढ़ोतरी की उम्मीद थी. एग्जिट पोल में भाजपा को 26-31 सीटें मिलती दिख रही थीं. तो TMC को 11-14 सीटें मिलने का अनुमान था और INDIA गठबंधन को 0-2 मिलने का अनुमान था. गौरतलब है कि राज्य में इंडिया गठबंधन में सहमित नहीं बन सकी थी. TMC और कांग्रेस ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था.
आसनसोल में शत्रुघ्न सिन्हा जीते
पश्चिम बंगाल की VIP सीटों की बात करें तो आसनसोल से TMC के शत्रुघ्न सिन्हा जीत गए. इस सीट पर भाजपा के सुरेंद्रजीत सिंह दूसरे नंबर पर रहे हैं.
अभिषेक बनर्जी की सीट का हाल
इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार और मौजूदा सांसद अभिषेक बनर्जी डायमंड हार्बर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अभिजीत दास से जीत गए.
महुआ मोइत्रा भी जीतीं
महुआ मोइत्रा की सीट की बात करें तो कृष्णानगर लोकसभा क्षेत्र में TMC जीत गई और भाजपा की अमृता रॉय 56 हजार वोटों से हार गईं.
युसूफ पठान की सियासी पिच तैयार
पश्चिम बंगाल की बहरामपुर सीट से पूर्व क्रिकेटर युसूफ पठान जीत गए हैं. इस सीट पर मुकाबला इसलिए भी दिलचस्प रहा कि यहां कांग्रेस से अधीर रंजन चौधरी उम्मीदवार थे और वो 85 हजार वोटों से हार गए.