
बिहार में NDA गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर उठापटक जारी है. बताया जा रहा है कि बीजेपी का 17, जेडीयू का 16, एलजेपीआर का 5, उपेंद्र कुशवाहा और जीतनराम मांझी का एक–एक सीट पर लड़ना तय है. जेडीयू को काराकाट और गया सिटिंग सीट छोड़नी है. वहीं, कुशवाहा को काराकाट और मांझी को गया सीट मिलनी है. इसके बदले में जेडीयू औरंगाबाद या शिवहर सीट मांग रही है. बता दें कि दोनों ही बीजेपी के सिटिंग क्षेत्र हैं. जेडीयू की एक अन्य सिटिंग सीट पर भी कुशवाहा ने दावा ठोक दिया है.
इसके अलावा उपेंद्र कुशवाहा एक और सीट सिवान या सीतामढ़ी मांग रहे हैं. ऐसे में जेडीयू की सीटें कम होकर 15 हो जाने की उम्मीद है. वहीं, एलजेपी कोटे की नवादा सीट बीजेपी अपने पास ले रही है. इस बीच अगर मुकेश सहनी एनडीए में आते हैं तो बीजेपी उन्हें अपने कोटे से एक सीट देगी. ऐसे में बीजेपी की सीट 17 से 16 ही रह जाएंगी. बिहार की किशनगंज सीट जेडीयू हार गई थी, लेकिन बीजेपी ने जेडीयू को यह सीट फिर से ऑफर की है.
बैठक के बाद हो सकती है प्रेस कॉन्फ्रेंस
सूत्रों के मुताबिक नीतीश कुमार सोमवार शाम को दिल्ली में बीजेपी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं. बताया जा रहा है कि बिहार में एनडीए सीट शेयरिंग के लिए 19–20 मार्च काफी महत्वपूर्ण होने वाला है. वहीं, बीजेपी शीर्ष नेताओं के साथ बैठक के बाद एनडीए नेता साझा प्रेस वार्ता कर सकते हैं. इसके बाद सीएम नीतीश कुमार 21 मार्च को वापस पटना लौटेंगे.
बिहार में सात चरणों में होंगे चुनाव
बिहार में भी सात चरणों 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को चुनाव होने हैं. पहले चरण में बिहार की 4 सीट पर वोटिंग होगी, दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें चरण में 5-5 सीटों पर वोटिंग होगी. इसके अलावा छठवें और सातवें चरण में 8-8 सीट पर वोटिंग होनी है.
2019 में NDA ने जीती थीं 39 सीटें
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में में एनडीए (भाजपा, जदयू और एलजेपी) ने शानदार जीत हासिल की थी. एनडीए ने बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 39 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि महागठबंधन के खाते में केवल एक किशनगंज सीट थी. जिस पर कांग्रेस के उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी.