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कांग्रेस का जयकारा लेकिन निर्दलीय किया नामांकन... पूर्णिया से चुनाव मैदान में उतर गए पप्पू यादव

पूर्णिया लोकसभा सीट से पप्पू यादव ने नामांकन कर दिया है. पप्पू यादव ने कांग्रेस का जयकारा लगाया लेकिन नामांकन बतौर निर्दलीय उम्मीदवार किया. उन्होंने यह दावा भी किया है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के आशीर्वाद से ही नामांकन किया है.

पप्पू यादव पप्पू यादव
रोहित कुमार सिंह
  • पटना,
  • 04 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 4:14 PM IST

पप्पू यादव बार-बार यह कह रहे थे कि दुनिया छोड़ देंगे लेकिन पूर्णिया नहीं छोड़ देंगे. महागठबंधन की ओर से राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की ओर से बीमा भारती के पर्चा भरने के बाद भी पप्पू यादव ने लालू यादव से गुहार लगाते हुए कहा था कि मैं लालटेन सिंबल पर चुनाव लड़ने के लिए भी तैयार हूं. पप्पू यादव की गुहार काम नहीं आई. आरजेडी उम्मीदवार बीमा भारती के बाद अब पप्पू यादव भी पूर्णिया सीट से मैदान में उतर गए हैं.

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पप्पू यादव ने नामांकन के अंतिम दिन पूर्णिया कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. पप्पू यादव ने कांग्रेस के जयकारे लगाए, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के आशीर्वाद का भी दावा किया लेकिन नामांकन बतौर निर्दलीय उम्मीदवार किया. पप्पू यादव के मैदान में आ जाने से पूर्णिया की लड़ाई अब त्रिकोणीय हो गई है.

पप्पू यादव के नामांकन को लेकर कांग्रेस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. कांग्रेस सूत्रों की मानें तो पप्पू यादव ने दिल्ली पहुंचकर पवन खेड़ा की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने, अपनी पार्टी के विलय का ऐलान कर दिया था लेकिन तकनीकी रूप से अभी तक ऐसा हुआ नहीं था.

अब तकनीकी रूप से ऐसा नहीं होने का मतलब है कि पप्पू यादव तकनीकी रूप से कांग्रेस के सदस्य नहीं हैं और पार्टी निर्दलीय नामांकन करने के बावजूद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई भी नहीं कर सकती. पप्पू यादव, लालू के करीबी रहे हैं और आरजेडी प्रमुख के हर दांव-पेच को समझते हैं.

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पप्पू यादव कांग्रेस में शामिल होने से पहले लालू से मिलने राबड़ी देवी के आवास पहुंचे थे. लालू यादव ने उनसे अपनी पार्टी का आरजेडी में विलय करने को कहा था और मधेपुरा सीट से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव भी दिया था. पप्पू यादव ने लालू का प्रस्ताव नकार तो दिया लेकिन कहीं न कहीं उन्हें यह अंदेशा रहा होगा कि आरजेडी पूर्णिया सीट आसानी से उनके हिस्से नहीं आने देगी.

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कहा जा रहा है कि यही वजह होगी कि पप्पू यादव ने कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान तो कर दिया लेकिन सदस्यता ग्रहण करने के लिए सीट शेयरिंग और पूर्णिया सीट को लेकर तस्वीर साफ होने का इंतजार करना बेहतर समझा. पप्पू यादव और कांग्रेस, दोनों ही भविष्य के लिए सारे विकल्प खुले रखना चाहते थे.

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पप्पू यादव के कांग्रेस में शामिल होने के कुछ ही दिन के भीतर लालू यादव ने जेडीयू विधायक बीमा भारती को न सिर्फ आरजेडी की सदस्यता दिलवाई, बल्कि पूर्णिया सीट से टिकट भी थमा दिया. बीमा भारती ने एक दिन पहले ही पूर्णिया से महागठबंधन उम्मीदवार के रूप में आरजेडी के टिकट पर नॉमिनेशन किया था.    

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