Advertisement

PM Modi Exclusive Interview: रूस हो या अमेरिका, इजरायल हो या फिलिस्तीन, मैं अपने टर्म्स पर देश चलाता हूं: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन अगर मेरी भरपूर तारीफ करते हैं, इसका मतलब ये नहीं कि मैं राष्ट्रपति पुतिन को मिलकर यह नहीं कह सकता कि दिस इज नॉट टाइम फॉर वॉर. वो भी सम्मान करेंगे कि चलिए कोई मित्र है जो यह बताता है कि क्या सही है, क्या गलत है. यूक्रेन को भी मुझ पर इतना ही भरोसा है. मुझ पर यानी भारत पर.

पीएम मोदी ने आजतक से खास बातचीत में भारत की वैश्विक स्थिति पर बात की पीएम मोदी ने आजतक से खास बातचीत में भारत की वैश्विक स्थिति पर बात की
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 16 मई 2024,
  • अपडेटेड 12:17 AM IST

लोकसभा चुनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजतक से खास बातचीत की. इस बातचीत में बीते दस सालों में हुए बदलावों के बारे में बात हुई तो वहीं देश के भविष्य के लिए पीएम मोदी ने अपना विजन भी शेयर किया. कई मुद्दों और महत्वपूर्ण सवालों से होते हुए जब बात वैश्विक स्तर पर चली गई तो पीएम मोदी ने आत्मविश्वास के साथ कहा कि, 'आज विश्व भारत पर भरोसा करता है.'

Advertisement

बता दें कि इंडिया टुडे ग्रुप के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल, मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप, मैनेजिंग एडिटर श्वेता सिंह और कंसल्टिंग एडिटर सुधीर चौधरी ने PM मोदी से देश के तमाम मुद्दों पर बात की.

सवालों के सिलसिले में रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास के बीच जारी लड़ाई का जिक्र करते हुए पीएम मोदी से पूछा गया कि, अभी भारत 5वें नंबर की अर्थव्यवस्था बन गया है. अगले 5 साल में आप वैश्विक स्तर पर भारत का क्या रोल देखते हैं? इस पर पीएम मोदी ने कुछ वाकयों के बारे में बताते हुए कहा कि, 'अब तक हम सोचते थे कि इससे हम इतने दूर हैं. उससे उतने दूर हैं. डिप्लोमेटिक भाषा में ऐसा चलता था. हम बराबर दूरी बनाए रखते थे. मेरी भाषा थी कि हम कितने निकट हैं? इससे दुनिया में स्पर्धा की शुरुआत हुई. सब लोगों में निकट आने की प्रतिस्पर्धा चल रही है.

Advertisement

पीएम मोदी ने कहा कि अब कल ईरान में बहुत बड़ा निर्णय हुआ है. यह हिंदुस्तान के अखबारों की हेडलाइन न्यूज है. मेरे मिनिस्टर चाबहार ईरान में थे. चाबहार पोर्ट का फाइनल अग्रीमेंट हुआ है, सेंट्रल एशिया से जुड़ा हुआ यह बहुत बड़ा काम हुआ है. पीएम मोदी ने कहा कि, इन सारी लड़ाइयों के बीच में हमारा अग्रीमेंट हो जाता है. दूसरी बात ये है कि हम किसी तीसरे के आधार पर अपना निर्णय नहीं करेंगे. हम निर्णय हमारे लिए करेंगे. फलाने को बुरा लगेगा तो? इससे बात करेंगे तो? जी नहीं. मैं सबसे बात करूंगा.

देखें पूरा इंटरव्यू

पीएम मोदी ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन अगर मेरी भरपूर तारीफ करते हैं, इसका मतलब ये नहीं कि मैं राष्ट्रपति पुतिन को मिलकर यह नहीं कह सकता कि दिस इज नॉट टाइम फॉर वॉर. वो भी सम्मान करेंगे कि चलिए कोई मित्र है जो यह बताता है कि क्या सही है, क्या गलत है. यूक्रेन को भी मुझ पर इतना ही भरोसा है. मुझ पर यानी भारत पर.

इसके साथ ही पीएम ने बीते दिनों हुए रमजान के महीने का एक वाकया सुनाया. उन्होंने कहा कि, 'जब रमजान का महीना था. मैंने अपने स्पेशल इनवॉय को इजरायल भेजा. कहा- इजरायल के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सबसे मिलिए और समझाइए कि कम से कम रमजान में गाजा में बमबारी न करें. उन्होंने इसका पालन करने का भरपूर प्रयास किया. यहां तो आप मुझे मुसलमानों को लेकर घेर लेते हैं, लेकिन मोदी गाजा में रमजान के महीने में बमबारी रोकने की बात कर रहा है. मैं इसकी पब्लिसिटी नहीं करता क्योंकि कइयों ने प्रयास किए होंगे. मैंने भी प्रयास किया, भारत ने भी किया.'

Advertisement

पीएम मोदी ने कहा कि, 'मेरा आज भी फिलिस्तीन के साथ उतना ही नाता है, जितना इजरायल के साथ. हमारे यहां फैशन क्या था, इजरायल जाओ, फिलिस्तीन जाओ और फैशन करके वापस आओ. मैंने कहा कि इजरायल जाऊंगा, वापस आऊंगा, मुझे ये ढोंग करने की जरूरत नहीं है. इजरायल गया. फिलिस्तीन जाऊंगा तो वो केवल वहीं की विजिट होगी. मजा देखिए कि जब मैं फिलिस्तीन गया तो विषय आया कि हेलिकॉप्टर ले जाएंगे कि नहीं. जॉर्डन के राष्ट्रपति को पता चला कि मैं जॉर्डन से होकर फिलिस्तीन जाने वाला हूं. जॉर्डन के प्राइम मिनिस्टर मोहम्मद साहब के वंशज हैं, उन्होंने मुझसे कहा कि आप ऐसे नहीं जा सकते, आप मेरे गेस्ट हैं. मेरे ही हेलिकॉप्टर में आप जाएंगे. मेरे घर खाना खाकर जाएंगे. मैं उनके घर गया, खाना खाया.'

उन्होंने कहा, 'हेलिकॉप्टर जॉर्डन का है, मंजिल फिलिस्तीन और मुझे एस्कॉर्ट कर रहा था इजरायल का विमान. तीनों की दुनिया अलग है. मोदी के लिए आसमान में सब साथ हैं. मैं मानता हूं ये सब तब होता है जब आपके इरादे नेक हों, आपके प्रति विश्वास हो. अमेरिकन को मैं कह करके, मुझे पूछ करके नहीं करना होता है. मेरे देश को सस्ते में पेट्रोल चाहिए तो मैं रूस से लूंगा. मेरे लिए जरूरी है तो मैं करूंगा. मैं छुपाता नहीं हूं और मैं अपने टर्म्स पर मेरे देश को चलाता हूं.'

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement