
लोकसभा चुनाव के प्रचार के शोर-शराबे के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजतक से खास बातचीत की. इस बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई महत्वपूर्ण सवालों के जवाब दिए. इंडिया टुडे ग्रुप के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल, मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप, मैनेजिंग एडिटर श्वेता सिंह और कंसल्टिंग एडिटर सुधीर चौधरी ने जब उनसे प्रेस कॉन्फ्रेंस न करने और इंटरव्यू न देने पर सवाल किया गया तो उन्होंने बड़ा ही दिलचस्प जवाब दिया.
पीएम मोदी ने कहा, 'पहली बात ये है कि अगर इस चुनाव में सबसे ज्यादा मुझे कहीं देखेंगे तो आजतक पर देखेंगे. मैंने तो कभी मना नहीं किया.'
उन्होंने कहा, 'हमारी मीडिया के बारे में ऐसा कल्चर बन गया है कि कुछ भी मत करो, बस इन्हें संभाल लो, अपनी बात बता दो तो देश में चली जाएगी. मुझे उस रास्ते पर नहीं जाना है. मुझे मेहनत करनी है, मुझे गरीब के घर तक जाना है. मैं भी विज्ञान भवन में फीते काटकर फोटो निकलवा सकता हूं. मैं एक छोटी योजना के लिए झारखंड के एक छोटे से डिस्ट्रिक्ट में जाकर काम करता हूं. मैं एक नए वर्क कल्चर को लाया हूं. उस कल्चर को मीडिया को अगर सही लगे, तो वो प्रस्तुत करे. न लगे तो न करे.'
यह भी पढ़ें: PM Modi Exclusive Interview: 'रेलवे का TC, टिकट चेक नहीं करेगा तो क्या करेगा?' ED की सक्रियता पर बोले PM मोदी
'मैं संसद के लिए जवाबदेह'
पीएम मोदी ने कहा, 'मैं जवाबदेह हूं पार्लियामेंट को. तीसरी बात ये है कि मीडिया आज वो नहीं है जो पहले था. पहले मैं आजतक से बात करता था, लेकिन अब दर्शकों को मालूम है कि मैं राहुल से बात कर रहा हूं. कौन राहुल? वो जिसने परसों ये ट्वीट किया था. ये तो मोदी के फेवर में लिखता है. मतलब ये तो वही बात करेगा.'
देखें पूरा इंटरव्यू
यह भी पढ़ें: PM Modi Exclusive Interview: 'मैं कांग्रेस का मेनिफेस्टो समझा रहा था', भाषणों में ‘मंगलसूत्र’, ‘मुस्लिमों’ पर बोले PM मोदी
'पहले कम्युनिकेशन का एक ही सोर्स था'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले कम्युनिकेशन का एक ही सोर्स था, लेकिन आज कई हैं. उन्होंने कहा, 'पहले आप मीडिया के बिना जा ही नहीं सकते थे. आज कम्युनिकेशन के कई माध्यम हैं. आज जनता भी बिना मीडिया अपनी आवाज बता सकती है. बिना मीडिया कोई भी व्यक्ति अपना जवाब दे सकता है.'
उन्होंने सालों पुराना एक वाकया याद करते हुए बताया, 'मैं जब गुजरात में था, तब मैं पब्लिक मीटिंग में पूछता था- क्यों भाई ऐसा कार्यक्रम बनाया है, कोई काले झंडे वाला नहीं दिखता है. अरे भाई, दो-तीन काले झंडे वाले रखो तो कल अखबार में छपेगा कि मोदी जी आए थे तो दस लोगों ने काले झंडे दिखाए. कम से कम लोगों को पता तो चलेगा कि मोदीजी यहां आए थे. काले झंडे बिना मेरी सभा कौन पूछेगा? मैंने दस साल ऐसे भाषण किए गुजरात में. मेरा डेली का यही कार्यक्रम था.'
उन्होंने एक और वाकया सुनाते हुए कहा, 'एक दिन मेरे गांव के लोग मिलने आए. मेरा अभिनंदन करने आए तो बोले कि हमारे गांव में 24 घंटे बिजली हो गई है. इसलिए हम आपको अभिनंदन करने आए हैं. गुजरात में मेरे घर में मंगलवार को किसी को भी एंट्री थी. उन्होंने कहा 24 घंटे बिजली आ गई है. मैंने कहा कि झूठ है, नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि नहीं साहब हो गई है. मैंने कहा कि मैंने तो किसी अखबार में नहीं पढ़ा कि तुम्हारे यहां 24 घंटे बिजली हो गई है. उन्होंने कहा कि नहीं साहब, रेडियो वाले, अखबार वाले नहीं बताएंगे कि 24 घंटे बिजली आ गई है.'
यह भी पढ़ें: PM Narendra Modi Interview: 'वन नेशन-वन इलेक्शन' देश के लिए क्यों है जरूरी? aajtak से बातचीत में पीएम मोदी ने समझाया
अपनी विरासत कैसी छोड़ेंगे?
इस सवाल पर पीएम मोदी ने कहा, 'जो इंसान देश के लिए जी रहा है, वो खुद के लिए क्यों सोचेगा? मुझे इतिहास में कोई याद करे, इसके लिए मैं काम करता ही नहीं हूं. कोई याद करे तो मेरे कश्मीर में 40 साल बाद 40% के करीब मतदान हुआ, उसको याद करे. जी20 में हिंदुस्तान का डंका बज गया था, उसको याद करे. कोई याद करे कि आज विश्व के अंदर मेरा भारत तीसरी इकोनॉमी बनने जा रहा है.' उन्होंने कहा कि मेरे जैसे सैकड़ों लोग आएंगे और चले जाएंगे.