
लोकसभा चुनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत की. इंटरव्यू के दौरान जब पीएम से पूछा गया कि राहुल गांधी उन पर बड़े-बड़े उद्योगपतियों जैसे अडानी-अंबानी से दोस्ती का आरोप लगाते हैं. प्रधानमंत्री ने इस सवाल का बेबाकी से जवाब दिया. उन्होंने कहा कि देश के समृद्ध लोगों की प्रतिष्ठा बढ़नी चाहिए.
इंडिया टुडे ग्रुप के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल, मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप, मैनेजिंग एडिटर श्वेता सिंह और कंसल्टिंग एडिटर सुधीर चौधरी ने PM मोदी से देश के तमाम मुद्दों पर बात की.
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'कांग्रेस इसलिए लाई राफेल का मुद्दा'
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, 'ये परिवार, बोझ में दबा हुआ है. नेहरूजी को टाटा-बिरला की सरकार कहा जाता था. अब परिवार के अंदर ये है कि जो गाली मेरे नाना को पड़ी, वो मोदी को भी पड़ना चाहिए. ये लोग राफेल का मुद्दा इसलिए लाए ताकि बोफोर्स का पाप धुला जा सके. इस चुनाव में इतनी मेहनत इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि मोदी तीसरी बार जीत गया तो मेरे पिताजी-दादी की इज्जत नहीं रह जाएगी. यह तो नेहरू के बराबर हो जाएगा.'
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प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं लाल किले से बोलता हूं कि इस देश में वेल्थ क्रिएटर्स की इज्जत होनी चाहिए. जो सामर्थ्यवान लोग हैं, उनकी प्रतिष्ठा बढ़नी चाहिए. 15 अगस्त की गेस्टलिस्ट में मैं खिलाड़ियों को बैठाता हूं. देश अचीवर्स का सम्मान नहीं करेगा तो मेरे देश से वैज्ञानिक या पीएचडी करने वाले लोग कहां से निकलेंगे. अगर कल आजतक ग्लोबल चैनल बनता है तो मैं सबसे पहले ताली बजाऊंगा. क्योंकि मेरे देश का 'आजतक' ग्लोबल हुआ है.'
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10 लोगों का पब्लिक लाइफ में होना बुरा नहीं
परिवारवाद की परिभाषा बताते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'जब मैं कहता हूं परिवारवादी पार्टी तो मीडिया के लोग मुझसे पूछते हैं कि राजनाथ सिंह का बेटा भी तो है. मैं बता दूं कि दोनों में फर्क है. मैं जब परिवारवादी पार्टी कहता हूं तो उसका मतलब है कि पार्टी ऑफ द फैमिली, बाय द फैमिली और फॉर द फैमिली. किसी परिवार के 10 लोग अगर पब्लिक लाइफ में आते हैं मैं नहीं मानता कि यह बुरा है. चार लोग अगर बढ़-चढ़कर आगे जाते हैं तो मैं इसे भी बुरा नहीं मानता. लेकिन वह पार्टी नहीं चलाते, पार्टी फैसला लेती है.'