
पंजाब (Punjab) की लुधियाना लोकसभा सीट से बीजेपी कैंडिडेट रवनीत सिंह बिट्टू (Ravneet Singh Bittu) 10 मई यानी आज अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे. इस दौरान वो एक पुरानी एंबेसडर कार से जाएंगे, जो उनके दिवंगत दादा और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की थी.
बेअंत सिंह, अगस्त 1995 में चंडीगढ़ में पंजाब और हरियाणा सचिवालय के बाहर एक बम विस्फोट में मारे गए थे. बिट्टू ने गुरुवार को कहा कि वह अपने दादा की एंबेसडर कार में सीनियर बीजेपी नेता और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी के साथ अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे.
'उस कार से भावनात्मक रिश्ता...'
एजेंसी के मुताबिक बिट्टू ने कहा कि उनका और उनके परिवार का उस कार से भावनात्मक रिश्ता है, जिसमें उनके दादा ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए आतंकवाद के दिनों में राज्य भर में लाखों किलोमीटर का सफर किया था. उन्होंने गर्व के साथ कहा, "मेरे पास अपने समय के महान राजनीतिक व्यक्तित्व की विरासत है."
बिट्टू ने कहा कि जब भी उन्हें अपने दादा बेअंत सिंह के आशीर्वाद की जरूरत होती है, तो वे इस कार का इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने कहा, ''नामांकन पत्र दाखिल करते वक्त मैं अपने दादा की उपस्थिति महसूस करूंगा.''
बिट्टू, लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर कार्यालय पहुंचने से पहले गुरुद्वारा दुखनिवारण साहिब और दुर्गा माता मंदिर में भी मत्था टेकेंगे. तीन बार सांसद रहे बिट्टू पिछले दिनों मार्च में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे.
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लुधियाना संसदीय क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. 2009 में कांग्रेस उम्मीदवार मनीष तिवारी ने यह सीट जीती थी. 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में, बिट्टू ने लगातार इस सीट से फतह हासिल की 2009 में आनंदपुर साहिब सीट से भी बिट्टू कांग्रेस सांसद रह चुके हैं.