
मुंबई की 6 लोकसभा सीटों के लिए सियासी बिसात बिछ चुकी है. जहां एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी तीन सीटों पर आमने-सामने होंगे तो वहीं दो सीटें ऐसी हैं जहां पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला होगा. एक सीट ऐसी है जहां शिवसेना (यूबीटी) और भाजपा के बीच मुकाबला होगा.
मुंबई में लोकसभा की 6 सीटें हैं जिनमें मुंबई दक्षिण, मुंबई दक्षिण-मध्य, मुंबई उत्तर, मुंबई उत्तर-मध्य, मुंबई उत्तर-पूर्व और मुंबई उत्तर-पश्चिम. ये महाराष्ट्र की उन 13 सीटों में से हैं, जहां 20 मई को पांचवें चरण में मतदान होगा. मुंबई दक्षिण, मुंबई दक्षिण-मध्य और मुंबई उत्तर-पश्चिम में दोनों सेनाओं (उद्धव और शिंदे) के बीच मुकाबला होगा, जबकि मुंबई उत्तर-पूर्व में बीजेपी बनाम शिवसेना (यूबीटी) आमने- सामने होंगे.
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तीन सीटों पर शिंदे बनाम उद्धव
मुंबई दक्षिण में उद्धव ठाकरे के मौजूदा सांसद अरविंद सावंत का मुकाबला शिंदे के नेतृत्व वाली सेना की यामिनी जाधव होगा. जाधव मुंबई के बायकुला विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. मुंबई दक्षिण-मध्य में सेना (यूबीटी) नेता अनिल देसाई का मुकाबला शिंदे के नेतृत्व वाली सेना के राहुल शेवाले से है. देसाई हाल तक राज्यसभा सांसद रहे थे, वहीं शेवाले मौजूदा लोकसभा सदस्य हैं.
मुंबई उत्तर-पश्चिम में ठाकरे खेमे के अमोल कीर्तिकर का मुकाबला सत्तारूढ़ सेना के रवींद्र वायकर से होगा. वायकर जो पहले सेना (यूबीटी) में थे, हाल ही में शिंदे खेमे में शामिल हुए हैं. वह वर्तमान में मुंबई में जोगेश्वरी पूर्व विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. वहीं कांग्रेस विधायक वर्षा गायकवाड़, जो पार्टी की मुंबई इकाई की अध्यक्ष हैं वह मुंबई उत्तर-मध्य सीट से प्रसिद्ध वकील उज्ज्वल निकम के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी, जिन्हें बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है.
पहली बार कांग्रेस को वोट देंगे ठाकरे
अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद, गायकवाड़ ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात की, जिन्होंने उन्हें अपना समर्थन देने का वादा किया और कहा कि उन्हें एक सांसद के रूप में दिल्ली भेजा जाएगा. यह पहली बार होगा कि ठाकरे किसी कांग्रेस उम्मीदवार को वोट देंगे क्योंकि बांद्रा स्थित उनका आवास मुंबई उत्तर-मध्य निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है.
वहीं मुंबई उत्तर से केंद्रीय मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता पीयूष गोयल का मुकाबला कांग्रेस के भूषण पाटिल से होगा. मुंबई नॉर्थ-ईस्ट में बीजेपी के मिहिर कोटेचा का मुकाबला सेना यूबीटी के संजय दीना पाटिल से होगा. कोटेचा मुंबई के मुलुंड विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं.
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शिवसेना और कांग्रेस में बनी बॉन्डिंग
कांग्रेस और शिवसेना 2019 तक पारंपरिक रूप से मुंबई में राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी रहे हैं. वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश अकोलकर ने कहा, "प्रतिद्वंद्वी होने के बावजूद, दोनों दलों में सत्ता हासिल करने के लिए कई मौकों पर रणनीतिक समझ दिखी है, खासकर मुंबई नागरिक निकाय में." ज़मीनी स्तर पर जो तस्वीर उभर रही है, उसके अनुसार, शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस कैडर के बीच ज़मीनी स्तर पर अच्छी पकड़ बन गई है.
वहीं वर्षा गायकवाड़ ने मुंबई उत्तर-मध्य निर्वाचन क्षेत्र में सभी शिवसेना शाखाओं का दौरा किया और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले कैडर का "आशीर्वाद" मांगा और बदले में उनके लिए हमेशा उपलब्ध रहने और शहर से संबंधित मुद्दों के लिए लड़ने का वादा किया. उनका हर जगह जोरदार स्वागत किया गया. 2014 के बाद से कांग्रेस मुंबई की सभी लोकसभा सीटें हार गई है, जबकि 2019 के विधानसभा चुनाव में वह 36 में से केवल पांच सीटें ही जीत सकी थी.
यहां कांग्रेस को नहीं मिल सका कैंडिडेट
मुंबई दक्षिण के पूर्व सांसद मिलिंद देवड़ा के शिवसेना में चले जाने और मुंबई उत्तर-मध्य की पूर्व सांसद प्रिया दत्त के दोबारा चुनाव लड़ने से इनकार करने के कारण, कांग्रेस के पास मैदान में उतारने के लिए कोई उम्मीदवार नहीं था. वहीं पार्टी नेता संजय निरुपम को महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में समान सीट-बंटवारा हासिल करने में असमर्थ होने की वजह से कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना के लिए बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. 2019 में उभरे राजनीतिक पुनर्गठन के बाद यह पहली बड़ी चुनावी परीक्षा होगी. इससे पहले, अंधेरी पूर्व विधानसभा में उपचुनाव हुआ था, लेकिन शिंदे के नेतृत्व वाली सेना या भाजपा ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था.
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भाजपा ने सभी तीन मौजूदा सांसदों को बदल दिया है, जबकि शिंदे की शिवसेना ने केवल राहुल शेवाले (मुंबई दक्षिण-मध्य) को फिर से नामांकित किया है और मुंबई उत्तर-पश्चिम में गजानन कीर्तिकर को बदल दिया है. मुंबई को मुंबई शहर और मुंबई उपनगरीय जिले में विभाजित किया गया है. मुंबई दक्षिण और मुंबई दक्षिण-मध्य निर्वाचन क्षेत्र मुंबई शहर में हैं. मुंबई शहर में 24 लाख से अधिक मतदाता हैं, जबकि उपनगरीय में 74 लाख मतदाता हैं.