
रामपुर से लेकर मुरादाबाद तक समाजवादी पार्टी के टिकट को लेकर सियासत तेज है. जहां एक तरफ रामपुर में आजम खान की नाराजगी के मद्देनजर सपा की स्थानीय यूनिट ने चुनाव के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है तो वहीं मुरादाबाद से नामांकन कर चुके सांसद एसटी हसन का टिकट कटने जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी अब मुरादाबाद से रुचि वीरा को मैदान में उतारने जा रही है. वहीं एसटी हसन को रामपुर से टिकट दिया जा सकता है. आजतक से बातचीत में रुचि वीरा ने स्पष्ट कहा है कि सपा के आदेश पर वह बुधवार को मुरादाबाद से नामांकन करने जा रही हैं.
दरअसल, जेल में बंद पूर्व सांसद आजम खान ने चिट्ठी लिखकर चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है. इसके बाद आजम खान समर्थक उसी चिट्ठी को दिखाकर अब चुनाव से दूर जाने की बात करने लगे हैं. इसके पीछे राजनीति है. बताया जा रहा है कि आजम खान चाहते थे कि रामपुर से अखिलेश यादव चुनाव लड़ें. लेकिन सूत्रों ने कहा कि रामपुर से अखिलेश यादव रत्ती भर लड़ने के इच्छुक नहीं हैं. मंगलवार दोपहर तक खबर आई कि अखिलेश रामपुर से भतीजे तेज प्रताप यादव को लड़ाना चाहते हैं. तेज प्रताप के नाम का विरोध आजम खान से जुड़े नेताओं ने किया है. अब आजम के कहने पर रामपुर में सपा यूनिट ने चुनाव बहिष्कार का दांव चला है.
समाजवादी पार्टी के रामपुर जिलाध्यक्ष, विधायक और पूर्व प्रत्याशी ने एक साथ पार्टी दफ्तर में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि रामपुर चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा. अगर अखिलेश यादव चुनाव नहीं लड़ेंगे तो समाजवादी पार्टी की रामपुर यूनिट चुनाव का बहिष्कार करेगी. आजम खान के आदेश के बाद जिला यूनिट ने ये प्रेस कांफ्रेंस की थी. इसमें कहा था कि जिस तरीके से प्रशासन ने पिछले दो चुनाव में सपा के कार्यकर्ताओं और वोटर्स के साथ बर्ताव किया है, उसे देखते हुए वह लोग इस चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं और अखिलेश यादव ने अगर चुनाव नहीं लड़ा तो आजम खान इस चुनाव का बहिष्कार करेंगे. माना जा रहा है कि अखिलेश यादव पर रामपुर से चुनाव लड़ने का दबाव बनाया जा रहा है.
वहीं अखिलेश यादव ने खुद लड़ने से इनकार कर दिया है जबकि सूत्रों के जरिए उनके भतीजे और उनके परिवार के सदस्य तेज प्रताप यादव का नाम आगे किया गया है. इसके बाद यह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आजम खान के लोगों ने अखिलेश यादव पर दबाव बढ़ा दिया है. अब नामांकन में 24 घंटे से भी काम का वक्त बचा है लेकिन समाजवादी पार्टी प्रत्याशी तय नहीं कर पा रही. आजम खान ने भी अपने तरफ से प्रत्याशी देने से मना कर दिया है फिलहाल समाजवादी पार्टी में मंथन का दौर जारी है की किस प्रत्याशी घोषित किया जाए
जेल में आजम खान से मिलने पहुंचे थे अखिलेश
चार दिन पहले ही सीतापुर जेल में जाकर अखिलेश यादव ने आजम खान से मुलाकात की थी. इसके बाद सपा प्रमुख ने कहा था कि उनके और आजम के बीच बातचीत पूरी हो गई है. लेकिन इसके बाद आजम खान की चिट्ठी ने सियासी हलकों में चर्चाओं का बाजार गरमा दिया है. इस चिट्ठी के बाद आजम की नाराजगी खुलकर सामने आई है. इसके बाद चर्चा है कि क्या अखिलेश यादव आजम खान को मनाने में कामयाब हो पाएंगे? अब केवल रामपुर ही नहीं बल्कि मुरादाबाद तक तनाव है. रामपुर में आजम समर्थक जिला इकाई चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर रही है. वहीं दूसरी ओर मंगलवार सुबह ही मुरादाबाद में नामांकन करने वाले सांसद एसटी हसन का टिकट कटने की चर्चाएं शाम तक होने लगीं.
रामपुर और मुरादाबाद में पहले चरण में होगा मतदान
सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी एसटी हसन की जगह अब मुरादाबाद से रुचि वीरा को उतारने जा रही है. चर्चा ये भी है कि क्या मुरादाबाद से एसटी हसन को हटाकर अखिलेश यादव अब रामपुर से लड़ाएंगे. अगर ऐसा होता है तो क्या रामपुर में आजम समर्थक मान जाएंगे? रामपुर हो या मुरादाबाद, दोनों पहले चरण की सीट हैं, जहां नामांकन करने की आखिरी तारीख 27 मार्च है. यानी कुछ ही घंटे बचे हैं और समाजवादी पार्टी को फैसला करना है.
एसटी हसन समर्थकों ने पुतला जलाकर किया प्रदर्शन
बता दें कि रामपुर में सपा प्रत्याशी को लेकर अनिश्चितता के बीच मुरादाबाद में सपा सांसद प्रत्याशी के टिकट कटने की चर्चाओं पर एसटी हसन समर्थकों ने पुतला जलाया. मुरादाबाद में सपा समर्थकों ने रुचिवीरा वापस जाओ के नारे लगाते हुए पुतला जलाकर प्रदर्शन किया. उन्होंने साफ कहा कि टिकट एसटी हसन को मिला है और वही यहां से चुनाव लड़ेंगे. अगर टिकट काटकर किसी और को दिया जाता है तो इसका विरोध किया जाएगा और पार्टी को अंजाम भुगतना पड़ेगा.