
महाराष्ट्र की बारामती लोकसभा सीट पर इस बार ननद-भाभी के बीच सीधी टक्कर है. एक ओर सूबे के डिप्टी सीएम अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार हैं तो दूसरी ओर शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले हैं. सुनेत्रा ने कहा कि बारामती लोकसभा सीट पर लड़ाई रिश्तों की नहीं बल्कि विचारधारा की है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक सुनेत्रा ने बाबासाहेब अंबेडकर की 133वीं जयंती पर श्रद्धांजलि देने के बाद कहा कि उन्हें पवारों के गढ़ बारामती के लोगों से अच्छा रेस्पॉन्स मिल रहा है. जिसका प्रतिनिधित्व कई बार के सांसद के रूप में शरद पवार और विधायक के रूप में अजित पवार ने किया है.
एनसीपी कैंडिडेट ने कहा कि मैं पहले दूसरों के लिए वोट मांगती थी, लेकिन इस बार मैं अपने लिए वोट मांग रही हूं. यह एक अलग तरह की जिम्मेदारी है. हालांकि सुनेत्रा पवार उस वक्त भावुक हो गई, जब उनसे शरद पवार की "असली" और "बाहरी" टिप्पणी के बारे में पूछा गया.
बता दें कि कार्यकर्ताओं की एक बैठक के दौरान अजित पवार ने मतदाताओं से कहा था कि वे इस बार "बहू सुनेत्रा पवार को एक मौका दें, क्योंकि उन्होंने साहेब (शरद पवार) और उनकी बेटी सुप्रिया सुले को तो कई बार चुना है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शरद पवार ने कहा था कि एक "असली" (बेटी सुप्रिया सुले) है और दूसरी "बाहरी" (सुनेत्रा पवार).
सुनेत्रा पवार ने कहा लोगों में उत्साह बहुत ज्यादा है. बारामती निर्वाचन क्षेत्र में विकास का काम देखा गया है. मेरी उम्मीदवारी थी जनता की मांग, लोगों का जोश देखकर स्थिति काफी सकारात्मक है. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार में एक ही विचारधार की सरकार हो तो हम विकास की योजनाओं को जमीन तक पहुंचा सकते हैं.