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स्वामी प्रसाद मौर्य की पार्टी ने कन्नौज सीट पर उतारा कैंडिडेट, आलोक कुमार वर्मा RSSP से लड़ेंगे चुनाव

राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी से पहले अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने कन्नौज सीट से अपने कैंडिडेट का ऐलान किया था. अखिलेश ने कन्नौज से अपने परिवार के सदस्य और लालू प्रसाद यादव के दामाद तेज प्रताप यादव को टिकट दिया है.

स्वामी प्रसाद मौर्य (फाइल फोटो) स्वामी प्रसाद मौर्य (फाइल फोटो)
समर्थ श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 23 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 4:58 AM IST

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के राजनीतिक दल राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी (RSSP) ने कन्नौज से अपने कैंडिडेट का ऐलान कर दिया है. पार्टी ने कन्नौज लोकसभा सीट से आलोक कुमार वर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है. पार्टी के सोशल मीडिया हैंडल से किए गए पोस्ट में कहा गया कि राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी लोकसभा क्षेत्र-42, कन्नौज से आलोक कुमार वर्मा पुत्र रामबख्स वर्मा पूर्व सांसद को प्रत्याशी घोषित करती है.

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बता दें कि इससे पहले समाजवादी पार्टी ने कन्नौज सीट से प्रत्याशियों का ऐलान किया था. अखिलेश ने कन्नौज से अपने परिवार के सदस्य और लालू प्रसाद यादव के दामाद तेज प्रताप यादव को टिकट दिया है.

कन्नौज सीट को लेकर बहुत दिनों से समाजवादी पार्टी में असमंजस की स्थिति थी और कहा जा रहा था कि खुद सपा मुखिया अखिलेश यादव इस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि अब क्लीयर हो गया है कि अखिलेश फिलहाल लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. उन्होंने अपने  भतीजे को अपनी पुरानी सीट से मैदान में उतार दिया है. 

बीजेपी के सुब्रत पाठक से होगा मुकाबला

एसपी से तेज प्रताप यादव और राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी से आलोक कुमार वर्मा का मुकाबला कन्नौज में बीजेपी के प्रत्याशी और मौजूदा सांसद सुब्रत पाठक से होगा. इससे पहले जब कयास लगाए जा रहे थे कि इस सीट पर अखिलेश खुद चुनाव लड़ेंगे.

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क्या है कन्नौज के वोटर्स का मूड?

गंगा नदी के किनारे बसा उत्तर प्रदेश का कन्नौज जिला एक ऐतिहासिक शहर है. 18 सितंबर 1997 को फर्रुखाबाद से अलग होकर कन्नौज जिला अस्तित्व में आया. 2011 की जनगणना के मुताबिक जिले की कुल आबादी 1,656,616 है. कन्नौज संसदीय सीट तीन जिलों की पांच विधानसभा सीटों से बनी है. इनमें कन्नौज जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र कन्नौज, तिरवा और छिबरामऊ शामिल हैं. इसके अलावा कानपुर देहात की रसूलाबाद और औरेया जिले की बिधूना विधानसभा सीट कन्नौज लोकसभा सीट का हिस्सा है. 

यह भी पढ़ें: कन्नौज से दानिश अली, गाजीपुर से सूबेदार बिंद, UP की सात और सीटों पर पल्लवी पटेल ने उतारे उम्मीदवार

कन्नौज की एक दुकान पर जलेबी बना रहे पिंटू पाल से जब पूछा गया कि इस बार का चुनावी समीकरण क्या होगा तो उन्होंने सिर्फ एक शब्द में जवाब दिया, 'पाठक जी'. 'पाठक जी' मतलब कन्नौज से भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान सांसद और 2024 के चुनाव में एक बार फिर उम्मीदवार बने सुब्रत पाठक. लेकिन दुकान पर जलेबी खा रही जनता की राय पिंटू पाल से बिल्कुल अलग थी. समाजवादी पार्टी का समर्थन करने वाले एक व्यक्ति ने कहा कि 'अगर अखिलेश यादव कन्नौज से चुनाव लड़ेंगे तो सुब्रत पाठक नहीं जीतेंगे'.

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क्या बोले कन्नौज के इत्र व्यापारी?

कन्नौज के इत्र व्यापारी सनिल संजय ने कहा, 'अखिलेश यादव को यहां से चुनाव लड़ना चाहिए. यह उनकी पुरानी गद्दी है.' एक इत्र व्यापारी के तौर पर वह गुलाब जल और गुलकंद पर लगने वाले टैक्स में छूट चाहते हैं.

इत्र कारखाने में मिले राहुल अभी पढ़ाई कर रहे हैं. जब उनसे कन्नौज के सियासी समीकरण के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'कन्नौज में सभी लहर के साथ ही जा रहे हैं.' उनसे पूछा गया कि लहर आखिर है किसकी? राहुल ने कहा, 'मोदी की'. उन्होंने कहा कि अगर अखिलेश भी यहां से चुनाव लड़ते हैं तो वह भी हार जाएंगे. उन्होंने कानून-व्यवस्था, सड़कों की स्थिति और स्वच्छता को लेकर केंद्र बीजेपी सरकार की तारीफ की. 

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